सकरा थाना क्षेत्र के मझौलिया गांव स्थित रेलवे गुमटी संख्या 76-बी के समीप बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की चपेट में आने से तीन महिलाओं की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। तीनों मिश्रौलिया गांव के वार्ड-10 की निवासी थीं। उनकी पहचान मो. सलाउद्दीन की 36 वर्षीय प}ी संजिदा खातून, मो. शमशाद की 35 वर्षीय पत्नी शहाना खातून व मो. नूर आलम की 34 वर्षीय प}ी शबाना खातून के रूप में की गई है।
शहाना खातून व संजिदा खातून एक ही परिवार की थीं। शहाना के पति की गांव में ही खैनी की दुकान है। जबकि शबाना के पति मुंबई और संजिदा के पति दिल्ली में काम करते हैं। तीनों अपने घर मिश्रौलिया से रेलवे लाइन होकर सकरा स्थित बैंक जा रहीं थीं। शनिवार को दिन में लगभग 10.20 बजे मझौलिया 76-बी रेलवे गुमटी के समीप समस्तीपुर की ओर से बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस व मुजफ्फरपुर की ओर से मालगाड़ी आ गई। इसी हड़बड़ाहट में तीनों बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की चपेट में आ गईं, जिससे उनकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। उनके स्वजन शव को अपने घर ले गए। वहीं, सूचना मिलने पर सकरा थानाध्यक्ष राजेश कुमार, नारायणपुर अनंत आरपीएफ इंस्पेक्टर विकास रंजन प्रसाद व पूसा थानाध्यक्ष नरसिंह यादव उनके घर पहुंचे। मुखिया पति प्रेमलाल राय, प्रमुख पति मो.नूर आलम, मुखिया संघ अध्यक्ष सतीश पासवान, मो.रेयाज अहमद के समक्ष स्वजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराने की बात कही। उसके बाद तीनों के शव दफना दिए गए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तीनों महिलाएं घर से रेलवे ट्रैक पकड़ सकरा की ओर जा रही थीं। बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। स्वजनों के आग्रह पर बगैर पोस्टमार्टम शवों को उन्हें सौंप दिया गया।
Input : Dainik Jagran