लॉकडाउन में निर्धन और निराश्रितों के लिए शहरी क्षेत्र में सामुदायिक रसोई से नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। डीएम प्रणव कुमार ने शनिवार को रैन बसेरा स्टेशन रोड, जुरन छपरा जिला परिषद मार्केट के पास और एसकेएमसीएच परिसर में संचालित सामुदायिक रसोईघर का निरीक्षण किया। उन्होंने सामुदायिक रसोईघर की साफ-सफाई का निर्देश दिया। इसके अलावा कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए निर्धारित मेन्यू के अनुसार भोजन उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता की भी जांच की। इससे वे संतुष्ट दिखे।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा बताया गया कि उक्त तीन स्थानों के अलावा गरीब स्थान मंदिर, तिरहुत एकेडमी एवं बैरिया बस स्टैंड पर सामुदायिक रसोईघर का संचालन किया जा रहा है। जूरन छपरा जिला परिषद मार्केट के पास एवं एसकेएमसीएच में संचालित रसोई घर में कोरोना मरीजों के परिजन के लिए भी भोजन का व्यवस्था की गई है। बताया गया कि उक्त सभी सामुदायिक रसोईघर में शुक्रवार को सुबह-शाम कुल 1358 व्यक्तियों ने भोजन किया है। इससे पहले सभी सामुदायिक रसोईघर में दोनों पालियों में 7181 व्यक्तियों ने भोजन किया। ग्लोकल अस्पताल के सामने भी सामुदायिक रसोईघर का संचालन जल्द ही किया जाएगा। इस दौरान अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन डॉ अजय कुमार, जिला सलाहकार साकिब भी मौजूद थे।
कोरोना से बचाव को जागरूकता जरूरी
दो गज दूरी, मास्क जरूरी का आग्रह करते हुए कोरोना से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया। सदर थाने के गोबरसही स्थित मोहल्लों में लोगों से बेवजह घर से नहीं निकलने और निकलना जरूरी हो तो मास्क का प्रयोग करने का आग्रह मझौली खेतल विकास मंच के अध्यक्ष सह समाजसेवी सुनील कुमार गुप्ता ने जागरूकता अभियान के दौरान किया। उन्होंने कहा कि जागरूकता की बदौलत ही हम कोरोना पर विजय पा सकते हैं। लोगों से लॉकडाउन नियमों का पालन करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वे अपने निजी कोष से घरों का सैनिटाइजेशन व मास्क-साबुन का वितरण भी कर रहे हैं ताकि लोगों को कोरोना से बचाया जा सके।
Input: Dainik Jagran