सावन में शनिदेव की आराधना इसलिए भी बेहद खास हो जाती है क्योंकि सावन में अगर शनिदेव की पूजा-उपासना की जाए तो साल भर शनिदेव की आराधना करने की जरूरत नहीं पड़ती.
संपत शनिवार यानी सावन के शनिवार में की गई शनि की पूजा अद्भुत फल देती है. जिस तरह नाम से ही साफ हो जाता है संपत मलतब संपत्ति. शनिदेव की आराधना से सावन में धन संपत्ति का वरदान भी मिल सकता है. सावन में शनिदेव की आराधना इसलिए भी बेहद खास हो जाती है क्योंकि सावन में अगर शनिदेव की पूजा-उपासना की जाए तो साल भर शनिदेव की आराधना करने की जरूरत नहीं पड़ती.
साल के बाकी महीनों में शनिदेव की कृपा पाना जितना मुश्किल होता है. उतनी ही आसानी से संपत शनिवार को पूजा करके शनिदेव को ना केवल प्रसन्न किया जा सकता है. बल्कि करियर, नौकरी, धन संपदा का वरदान भी मिल सकता है. आइए आपको बताते हैं कि सावन के शनिवार में शनि की पूजा किस तरह से की जाए.
सावन में शनिदेव को करें प्रसन्न-
– शनिदेव की विशेष पूजा शाम के समय करें
– शाम को पहले शिवजी के मंत्र जपें
– इसके बाद शनिदेव के मन्त्रों का जाप करें
– पीपल की 3 बार परिक्रमा करते हुए उसके तने में काला धागा लपेटें
– पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलायें
– रोजगार और करियर की समस्याओं से मुक्ति की प्रार्थना करें,
– महादेव और शनिदेव से धन-संपत्ति का आशीर्वाद मांगे
सावन में शनिदेव की पूजा से पूरे साल का फल मिलता है. संपत शनिवार को धन संपत्ति का विशेष वरदान मिलता है. शनिदेव ना सिर्फ कष्टों को दूर करते हैं बल्कि जीवन को मंगलमय भी कर देते हैं
आप भी सावन में शनिदेव की विशेष कृपा पा सकते हैं. पूरे साल भर तक शनिदेव का आशीर्वाद पा सकते हैं. तो इस सावन संपत शनिवार को शनि की पूजा उपासना जरूर करिएगा. शनिदेव आप पर और आपके पूरे परिवार पर अपनी कृपा जरूर बरसाएंगे.