लोजपा रामविलास के नेता और नीतीश कुमार, ललन सिंह के पुराने साथी पूर्व सांसद अरुण कुमार ने जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने बताया है कि नीतीश कुमार का मेमोरी लॉस इसलिए हो रहा है क्योंकि उन्हें खाने में चुपके से दवा मिलाकर दिया जा रहा। उनके खिलाफ बड़े स्तर पर साजिश चल रही है ताकि उन्हें किनारे लगाया जा सके। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री से इसकी जांच कराने की मांग की है।
वैशाली के हाजीपुर पहुंचे पूर्व सांसद अरुण कुमार ने दावा किया कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को खाने में टैबलेट मिलकर दे रहे हैं। इसी वजह से उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ रही है। यही वजह है कि नीतीश कुमार कभी नेताओं को पकड़ कर सिर से सिर टकराने लगते हैं तो कभी किसी के गले से लिपट जाते हैं। एक नीजी कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व सांसद ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात की।
पूर्व सांसद ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने जनता दरबार में कानून व्यवस्था को लेकर गृह मंत्री को खोजने लगते हैं। यह बताता है कि वह मेमोरी लॉस के शिकार हो गए हैं क्योंकि बिहार का गृह विभाग उन्हीं के पास है। दरअसल उनके खिलाफ बड़ी साजिश हो रही है। कुछ ऑफिसर और राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलकर खाने में उन्हें चुपके से दवा मिलाकर दे रहे हैं। अरुण कुमार ने देश के गृहमंत्री से इसकी जांच करने की मांग की है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से यह भी कहा है कि बिहार को बचा लीजिए। यहां राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए क्योंकि राज्य के मुखिया की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।
उन्होंने यहभी दावा किया कि ललन सिंह लालू यादव के करीब आ गए हैं और उन्हीं को अपना नेता मानते हैं। यही वजह है कि जिस ललन सिंह ने लालू परिवार को घोटालों में बुरी तरीके से फंसाया, आज उन्हें बचाने में पूरी ताकत से लग गए हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को पार्टी से किनारा करने का अभियान चला रहे हैं। वह पार्टी को खा जाएंगे।
Source : Hindustan