सुशांत सिंह राजपूत सुसाइज केस का मामले में अब कई चीजें सामने आ रही हैं। लगातार ये मामला सोशल मीडिया और खबरों में जितना गर्मा रहा है। उतनी तेजी से ही पुलिस इस पूरे मामले की जांच भी कर रही है। आखिर क्यों सुशांत सिंह राजपूत ने फिल्म की शूटिंग शुरू करने से पहले सुसाइड कर लिया इसका सवाल खोजने की तलाश पुलिस तेजी से कर रही है।
फिलहाल अभी तक सुशांत के परिवार और पिता का बयान दर्ज कर लिया गया है। सिनेमा में सुशांत के खास दोस्तों में निर्देशक और कास्टिंग डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा से भी पुलिस ने उनके सुसाइड के राज को लेकर बात की है।
आपको बता दें कि जैसे ही सुशांत के मौत की खबर सामने आयी तो मुकेश छाबड़ा उनके घर के गेट के बाद भावुक होकर खड़े होते हुए दिखाई दिए। यहां तक कई फिल्मों में सुशांत की कास्टिंग का काम भी मुकेश छाबड़ा ने किया है। पुलिस को दिए गए अपने बयान में मुकेश ने कुछ खुलासे किए हैं जिससे अब ये मामला तेजी से आगे बढ़ सकता है।
मुकेश छाबड़ा से 7 घंटे हुई पूछताछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुकेश छाबड़ा से पुलिस ने 7 घंटे पूछताछ की। अभी तक इस मामले मेें 10 लोगों के बयान रिकॅार्ड किए जा चुके हैं। डीसीपी अभिषेक त्रीमुख ने कहा है कि कास्टिंग निर्देशक मुकेश छाबड़ा का बयान रिकॅार्ड किया गया है।
मुकेश छाबड़ा ने अपने बयान में कहा कि डीसीपी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि सुशांत की मौत का मामला बांद्रा पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। छाबड़ा ने बताया कि सुशांत उनके काफी अच्छे दोस्त थे। मुकेश छाबड़ा बतौन निर्देशक पहली फिल्म दिल बेचारा में सुशांत सिंह राजपूत मुख्य भूमिका में हैं। लॅाकडाउन के कारण फिल्म लटकी है।
27 मई को हुई थी मुकेश छाबड़ा और सुशांत की बातचीत मुकेश ने बताया कि सुशांत फोन फ्रेंडली इंसान नहीं थे। वे प्लेस्टेशन काफी खेलते थे। उनकी दिलचस्पी एस्ट्रोनॅामी में थी। वे जब इन सब चीजों में रहते थे तो फोन नहीं उठाते थे। 27 मई को मुकेश छाबड़ा का जन्मदिन था। दोनों की फोन पर बात हुई थी।
पुलिस को सुशांत के घर से मिली डायरी पुलिस को सुशांत के घर से 5 डायरी मिली है। वह किताबों के कुछ प्रमुख चीजें इन डायरी में लिखा करते थे। एक रसीद भी मिली है, जो कि एक करोड़ के डोनेशन की है। सुशांत ने नागालैंड सरकार को ये डोनेशन दिया था। फिलहाल डिप्रेशन और सुसाइड से जुड़ी चीजें सुशांत के घर से नहीं मिली है।
मैनेजर को कहा था जाने के लिए सुशांत के क्रिएटिव मैनेजर सिद्धार्थ पीठानी ने अपने बयान में बताया कि सुशांत ने उन्हें जाने के लिए कह दिया था। अक्टूबर 2019 से जनवरी 2020 तक सुशांत उनके साथ नहीं थे। मैनेजर बताते हैं कि उस समय सुशांत डिप्रेशन में थे। लेकिन जनवरी में उन्होंने पीठानी को काम के लिए फिर बुला लिया था।
सुशांत कर रहे थे कहानी पर काम पुलिस की रिपोर्ट अनुसार सुशांत सिंह राजपूत जनवरी से अपने नए प्रोजेक्ट की शुरुआत करने की तैयारी में थे। उनके घर से एक कहानी मिली है। जो कि एक स्क्रिप्ट है जिसे ड्रीम 150 भी कहा जा रहा है।
सुसाइड या साजिश, पुलिस की जांच सुशांत के पिता का कहना है कि वह दुखी रहता था। लेकिन उन्हें ये नहीं पता था कि उनका बेटा डिप्रेशन में है। बहन ने भी साफ कहा है कि सुशांत को पैसे की दिक्कत नहीं थी। लेकिन वो 6 महीने से डिप्रेशन का शिकार थे और अपना इलाज करवा रहे थे। परिवार के बाकी सदस्यों ने इसे साजिश का नाम दिया है। पुलिस हर पहलू से इसकी जांच कर रही है।