बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलीकॉप्टर क्रैश की घटना में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई. हादसे को लेकर जांच शुरू हो गई है और इस दुर्घटना से संबंधित बहुत सारी बाते सामने आ रही हैं. हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद कई लोग सामने आए जो घटना स्थल पर पहुंचे थे और इनमें से कई लोगों ने सीडीएस बिपिन रावत को देखा भी था. ऐसे ही एक चश्मदीद ने हैरान करने वाला खुलासा किया है. एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में शख्स ने दावा किया कि उसने बिपिन रावत को देखा था, लेकिन वह उन्हें पहचान नहीं सका था. उसने कहा कि वह बुरी तरह से घायल थे और वह पानी मांग रहे थे.
चश्मदीद शिवकुमार ने कहा कि वह नीलगिरी की पहाड़ियों पर अपने भाई से मिलने गए थे जो कि चाय के बागान पर काम करता है. तभी उन्होंने देखा कि एक हेलीकॉप्टर जिसमें आग लगी हुई थी और वह नीचे गिर रहा था. शिवकुमार ने कहा कि इलाके में पहुंचना बेहद मुश्किल था इसी दौरान उन्होंने देखा की हेलीकॉप्टर से जलते हुए तीन बॉडी नीचे गिरी. जब वह घटना स्थल पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कि दो बॉडी हेलीकॉप्टर के बाहर पड़ी हुई थी. दोनों ही बॉडी बुरी तरह से जल गई थीं.
शिवकुमार ने बताया कि उन्हें पहचानना मुश्किल था. एक आदमी उसमें जिंदा था, हम लोगों ने उससे कहा कि सब ठीक हो जाएगा हम लोग मदद के लिए आए हुए हैं. उस आदमी ने हम लोगों से पीने के लिए पानी मांगा था, लेकिन उन्हें देने के लिए हमारे पास पानी नहीं था. इसके बाद एक टीम उन्हें लेकर चली गई. बाद में जब मुझे फोटो दिखाई गई तो हमें पता चला की वह सीडीएस बिपिन रावत थे जो कि हमसे पानी मांग रहे थे.
इस घटना के बाद शिवकुमार बेहद परेशान हो गया. उसने कहा कि मुझे इस बात का बहुत ज्यादा सदमा लगा कि मैं रात को सो नहीं पाया. जिस व्यक्ति ने देश की सेवा के लिए पूरी जिंदगी लगा दी उसे अंतिम समय में पीने के लिए पानी भी नहीं मिल सका. यह सोचकर मैं रातभर नहीं सो सका. उसने कहा कि मुझे भरोसा नहीं हुआ कि अब वह हमारे बीच में नहीं है. जब मैंने उन्हें देखा तो वह जिंदा थे काश उनके लिए कुछ कर पाता.
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