ऐसे बहुत ही कम लोग होते हैं जो इस टेस्ट को पास कर पाते हैं, क्योंकि अक्सर लोग मग को जहां खड़े या बैठे होते हैं वहीं रख देते हैं. ट्रेंट के मुताबिक यह टेस्ट व्यक्ति का व्यवहार और उसके तौर-तरीके देखने के लिए लिया जाता है.
दुनिया भर में हर जहां कहीं भी लोग नौकरी के लिए जाते हैं, उन्हें अलग-अलग तरह के टेस्ट से गुजरना पड़ता है. जहां कभी केंडिडेट्स से अलग-अलग तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं तो कभी उनके बात करने और दिमागी स्तर का परीक्षण किया जाता है. लेकिन, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक कंपनी का अलग ही तरह का टेस्ट काफी तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें किसी भी केंडिडेट की नौकरी एक कप कॉफी पर डिपेंड करती है. जी हां, सही सुन रहे हैं आप. सोशल मीडिया पर इन दिनों ‘कॉफी कप टेस्ट’ काफी तेजी से वायरल हो रहा है. हर तरफ लोग इसी अजीबो-गरीब टेस्ट की बात कर रहे हैं.
दरअसल, जेरो ऑस्ट्रेलिया नाम की कंपनी के बॉस ट्रेंट इन्नेस ने नई हायरिंग्स के लिए एक नया कॉन्सेप्ट निकाला है. जहां वह केंडिडेट्स को इंटरव्यू के दौरान अपने साथ किचेन की तरफ ले जाते हैं, जहां वह उन्हें कॉफी मग देते हैं और फिर बात करते हुए किचेन से बाहर निकल आते हैं. ऐसे में इंटरव्यू खत्म होने पर वह यह देखते हैं कि उसने खाली मग किचेन में वापस रखा या नहीं. अगर केंडिडेट खाली मग को किचेन में वापस रख देता है तो वह इस टेस्ट को पास कर लेता है और अगर वह मग को जहां खड़ा या बैठा होता है वहीं रखकर छोड़ देता है तो वह टेस्ट में फेल माना जाता है.
ट्रेंट के मुताबिक, ऐसे बहुत ही कम लोग होते हैं जो इस टेस्ट को पास कर पाते हैं, क्योंकि अक्सर लोग मग को जहां खड़े या बैठे होते हैं वहीं रख देते हैं. ट्रेंट के मुताबिक यह टेस्ट व्यक्ति का व्यवहार और उसके तौर-तरीके देखने के लिए लिया जाता है. क्योंकि आप किसी व्यक्ति को नौकरी देकर उसके स्किल में तो सुधार कर सकते हैं, लेकिन व्यवहार और तौर-तरीकों में नहीं. बता दें इन दिनों तमाम कंपनियां नौकरी देते वक्त आपके सोशल मीडिया एकाउंट पर भी खासी नजर रखती हैं, ताकि वह आपके व्यवहार और तौर-तरीकों को समझ सकें. आज के समय में ऐसी कई कंपनियां हैं जो आपको आपके सोशल मीडिया एकाउंट को परख कर नौकरी दे रही हैं.
Input : Zee News