अभिनेत्री अपर्णा सेन व 49 बुद्धिजीवियों के वि’रुद्ध दर्ज मु’कदमे की सुनवाई आज मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) की अदालत में होगी। उ’न्मादी हिं’सा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके पत्र लिखने से संबंधित इस मा’मले को पुलिस ने झू’ठा करार दिया है। पुलिस ने मु’कदमा करने वाले वकील के खि’लाफ कार्र’वाई की अनु’शंसा की है। उधर, वकील ने भी कोर्ट में वि’रोध पत्र दाखिल कर पुलिस पर अनु’संधान में भे’दभाव का आरो’प लगाया है। अब कोर्ट पुलिस के अंतिम प्रपत्र पर सुनवाई करेगी।
अपर्णा सेन समेत 49 फिल्मी कलाकारों और बुद्धिजीवियों पर मुकदमा
उन्मादी हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने में अभिनेत्री अपर्णा सेन समेत 49 फिल्मी कलाकारों और बुद्धिजीवियों के खिलाफ मुजफ्फरपुर सिविल कोर्ट के अधिवक्ता सुधीर कुमार ओझा ने सीजेएम एसके तिवारी की अदालत में 27 जुलाई को परिवाद दाखिल किया था। इसकी सुनवाई के बाद सीजेएम ने सदर थानाध्यक्ष को एफआइआर दर्ज कर मामले की जांच के आदेश दिए थे। आरोपितों में अभिनेत्री सेन के अलावा अडूर गोपाल कृष्णन, शुभा दुग्गल, सुमित्रा चटर्जी, रेवती, कोंकणा सेन, श्याम बेनेगल, मणिरत्नम व इतिहासकार रामचंद्र गुहा आदि शामिल हैं।
पुलिस जांच में मुकदमा गलत करार, अदालत में अंतिम प्रपत्र समर्पित
मामले को पुलिस जांच में गलत करार दिया गया। साथ ही पुलिस ने याचिकाकर्ता वकील के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करने को ले कार्रवाई की भी अनुशंसा की। उधर, पुलिस के अंतिम प्रपत्र के खिलाफ याचिकाकर्ता वकील ने विरोध पत्र दाखिल कर भेदभाव का आरोप लगाया है। अब इस मामले पर कोर्ट आज सुनवाई करेगी।
इनपुट : दैनिक जागरण