बेकाबू कोरोना अब ग्रामीण इलाकों में भी कहर बरपा रहा है। कुल नए संक्रमितों में 68 प्रतिशत से अधिक संक्रमित ग्रामीण इलाकों में मिल रहे हैं। तकरीबन आधा दर्जन प्रखंडों में तो पॉजिटिविटी रेट यानी प्रति 100 टेस्ट में कंफर्म केस मिलने की रफ्तार 19 प्रतिशत से लेकर 40 प्रतिशत के पार हो गई है। सबसे अधिक कोरोना का कहर मड़वन में है, जहां 100 नमूने की जांच में 40 से अधिक लोग संक्रमित मिल रहे हैं। पिछले 24 घंटे में हुए रैपिड एंटीजेन टेस्ट में 97 लोगों का सैंपल लिया गया, जिसमें 39 लोग संक्रमित मिले।

ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिले में औसत संक्रमण दर 12.38 है। वहीं, मड़वन के बाद कटरा में 32, मुरौल में 27, पारू में 19, सकरा में 19 एवं सरैया में 25 प्रतिशत से भी ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं। यह दर शहर के 17.16 प्रतिशत के संक्रमण दर से भी काफी ऊपर है। इनकी तुलना में ग्रामीण इलाकों में सबसे बेहतर स्थिति गायघाट, साहेबगंज एवं मीनापुर की है, जहां पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत या इससे कम है। तेजी से पांव पसारते इस कोरोना ने चिंता काफी बढ़ा दी है, क्योंकि जिले की 90 प्रतिशत आबादी गांवों में ही रहती है।

अपील- होम आइसोलेट मरीज तबीयत बिगड़े ताे हाे जाएं भर्ती

जिले में 5 हजार से अधिक लोग होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे हैं। स्थिति ज्यादा क्रिटिकल होने पर ही वे अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं। ऐसे में बचा पाना मुश्किल होता है। शुक्रवार को सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने होम आइसोलेशन में रहनेवाले मरीजों से अपील की कि यदि तबीयत थाेड़ी भी बिगड़े तो जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती हो जाएं। ताकि, कोरोना के प्रोटोकॉल के तहत इलाज किया जा सके।

Input: Dainik Bhaskar

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