वैसे तो रेलवे प्लेटफॉर्म टिकट 10 रुपये में मिलता है लेकिन अब आप इसे फ्री में भी हासिल कर सकते हैं. दरअसल, भारतीय रेलवे ने दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर एक ऐसी मशीन लगाई है जिससे फ्री में आप रेलवे टिकट ले सकेंगे. हालांकि, इसके लिए आपको मशीन के सामने दंड-बैठक लगानी होगी. सिर्फ 180 सेकंड में 30 बार दंड-बैठक लगाने वाले लोग ही फ्री प्लेटफार्म टिकट के लिए पात्र होंगे.
दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर एक मशीन लगाई गई है, इसके सामने 180 सेंकड में 30 दंड बैठक करने पर फ्री प्लैटफॉर्म टिकट मिलेगा. #FitIndia #FitIndiaMovement @KirenRijiju @PiyushGoyal @PiyushGoyalOffc @RijijuOffice pic.twitter.com/9zAvWb3HLU
— Muzaffarpur Now (@muzaffarpurlive) February 21, 2020
बता दें कि रेलवे की ओर से ये पहल फिटनेस को प्रोत्साहित करने के लिए की गई है. इस मशीन को ‘फिट इंडिया दंड बैठक मशीन’ नाम दिया गया है. इस मशीन के वीडियो को रेल मंत्री पीयूष गोयल और रेलवे मंत्रालय ने ट्वीट किया है.रेलवे की इस अनूठी पहल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
फिटनेस के साथ बचत भी: दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर फिटनेस को प्रोत्साहित करने के लिए अनूठा प्रयोग किया गया है।
यहां लगाई गई मशीन के सामने एक्सरसाइज करने पर प्लेटफार्म टिकट निशुल्क लिया जा सकता है। pic.twitter.com/RL79nKEJBp
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) February 21, 2020
कैसे काम करेगा मशीन?
मशीन के सामने दो फुट प्रिंट बने हुए हैं. इस पर आपको खड़े होकर तय समय में 30 बार दंड बैठक लगानी होगी. मशीन में लगे डिस्पले पर आपका समय और प्वाइंट दिखता रहेगा. जैसे ही 180 सेकेंड पूरे होंगे आपको प्लेटफॉर्म टिकट मिल जाएगा.
भारतीय रेल पुराने डिब्बों में मामूली बदलाव कर उनको कार्य उपयोगी बना रही है।
इन डिब्बों से मैसूर के एक स्कूल में सुंदर क्लास रूम बनाया गया है, वहीं बिहार के दानापुर में स्टाफ कैंटीन तथा राष्ट्रीय रेल संग्रहालय नई दिल्ली में ऑफिस बनाकर इनको बेहद रोचक ढंग से उपयोग में लाया जा रहा है pic.twitter.com/n9jq97H4J1— Ministry of Railways (@RailMinIndia) February 21, 2020
इसके साथ ही रेलवे मंत्रालय ने भारतीय रेल के पुराने डिब्बों के इस्तेमाल को लेकर जानकारी दी है. दरअसल, पुराने डिब्बों से मैसूर के एक स्कूल में सुंदर क्लास रूम बनाया गया है. इसी तरह, बिहार के दानापुर में पुराने डिब्बों के जरिए स्टाफ कैंटीन और दिल्ली के राष्ट्रीय रेल संग्रहालय में ऑफिस बनाया गया है.