पाकिस्तान में बंदी बनाए गए विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान की आज घर वापसी हो रही है। इसके साथ ही उन 54 युद्धबंदियों का जिक्र एकबार फिर होने लगा है जो 1965 और 1971 के युद्ध में पाकिस्तान द्वारा बंदी बनाए गए हैं। 48 साल में हजारों बार सबूत देने के बाद भी पाकिस्तान ने कभी नहीं माना कि ये भारतीय सैनिक और अफसर उसकी जेलों में बंद है।

इन्हें मिसिंग 54 कहा जाता है, जिसमें सेना और वायुसेना के अफसर हैं। जेनेवा संधि के तहत अभिनंदन की होने वाली वापसी के बाद अब इनकी वापसी को लेकर भी उम्मीद जिंदा हो गई है।

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