नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र में हुई भारी बारिश के बाद उत्तर बिहार में बाढ़ ने विकराल रूप धारण कर लिया है। गंडक, बूढ़ी गंडक व बागमती नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हाेने से जिले की बड़ी आबादी बाढ़ की चपेट में आ गई है। औराई, कटरा, गायघाट, मीनापुर, साहेबगंज, देवरिया व पारू के बड़े इलाके में बाढ़ का पानी फैल गया है।
बागमती कटाैझा में खतरे के निशान से 2.7 मीटर ऊपर बह रही है। यह पिछले साल से 5 सेमी ज्यादा है। कटरा के माेहनपुर व खंगुराडीह में बागमती का स्लुइस गेट बंद कर देने से लखनदेई व मनुषमारा नदी ने नए इलाकाें में तबाही मचानी शुरू कर दी है।
लखनदेई नदी का पानी मनुषमारा नदी में प्रवेश कर औराई के धरहरबा, घनश्यामपुर, सीतामढ़ी के रून्नी सैदपुर के कई गांवाें में फैल गया है। बागमती बांध के अंदर बसे 50 से अधिक गांव के लाेग बाढ़ में फंसे हुए हैं। उधर, बूढ़ी गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने से माेतीपुर व सिकंदरपुर में स्लुइस गेट बंद कर दिया गया है।
बूढ़ी गंडक नदी का पानी अहियापुर थाना में घुस गया है। गंडक तथा बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर फिलहाल खतरे के निशान से नीचे है। गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से महज 7 सेमी नीचे है। जबकि, बूढ़ी गंडक करीब डेढ़ मीटर नीचे बह रही है। हालांकि, प्रशासन की ओर से कहा गया है कि औराई अंचल के 7, कटरा के 4 तथा गायघाट के 20 वार्ड पूरी तरह बाढ़ प्रभावित हैं।
दूसरी ओर मुजफ्फरपुर- नरकटियागंज रेलमार्ग के सुगाैली व मझाैलिया स्टेशन के बीच रेल पुल-248 पर बाढ़ का पानी चढ़ जाने से ट्रेनाें का परिचालन ठप हाे गया है। सुगाैली स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर भी बाढ़ का पानी चढ़ गया है। मुजफ्फरपुर से आनंद विहार जाने वाली सप्तक्रांति सहित एक दर्जन ट्रेनाें का परिचालन मुजफ्फरपुर-हाजीपुर-छपरा रेलमार्ग से किया गया।
मुजफ्फरपुर से आनंद विहार जा रही सप्तक्रांति एक्सप्रेस काे माेतिहारी से डायवर्ट किया गया। वहीं एक जाेड़ी सवारी ट्रेन का परिचालन रद्द कर दिया गया है। समस्तीपुर-दरभंगा रेलमार्ग के हायाघाट रेल पुल के पास भी बाढ़ का दबाव बना हुआ है। वहीं, मुजफ्फरपुर में एक, पूर्वी चंपारण में 8, सीतामढ़ी में 4 व मधुबनी में 2 लोगों की डूबने से माैत हाे गई। गंडक बराज से रविवार काे 2.33 लाख क्यूसेक पानी छाेड़ा गया है। इससे बगहा में बाढ़ का पानी घुस गया है।
Input: dainik bhaskar