MUZAFFARPUR : प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की हत्या में अलग-अलग जगहों पर सीसीटीवी में दिखे चार शूटर की पहचान के लिए एसआईटी ने जेल में बंद हिस्ट्रीशीटरों से संपर्क साधा। उनसे पूछताछ की गई। जेल में अलग-अलग जिलों के बंद शातिरों को फुटेज दिखाकर आशुतोष के शूटर की पहचान कराने की कोशिश की गई। एफआईआर में बाइक सवार चार शूटर को अज्ञात आरोपित बनाया गया है। उनकी पहचान पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है।

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सीसीटीवी काफी धुंधला होने के कारण जेल में बंद शातिरों से पुलिस को सटीक जानकारी नहीं मिल सकी। मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर और पटना के कई शूटरों से हुलिया मिलने की बात सामने आयी है। इसके आधार पर एक दर्जन शूटर की सूची बनाई गई है। सभी के घटना के वक्त का लोकेशन लिया जा रहा है।

मामले में एसआईटी ने भगवानपुर के प्रॉपर्टी डीलर सह केबल व्यवसायी मो. लाडले को हिरासत में लिया है। उससे वरीय अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। भारत जलपान वाली जमीन की डीलिंग में लाडले शामिल था। इस जमीन को लेने में गोविंद और मंटू शर्मा ने भी पर्दे के पीछे से सिंडिकेट की मदद की थी। इस कारण बगैर विवाद के ही यह प्लॉट खाली करा ली गई थी। भारत जलपान के संचालक ने चुपके से रातोंरात शहर छोड़ दिया था। पुलिस को बताया गया है कि मंटू के नेतृत्व में बना सिंडिकेट ही मछली मंडी वाली जमीन लेना चाह रहा था। आशुतोष की सक्रियता के कारण मछली मंडी वाली जमीन उसे नहीं मिल पाई। पुलिस को आशंका है कि गोविंद व मंटू शर्मा के ठिकानों के संबंध में लाडले को जानकारी हो सकती है। इस बिंदू पर उससे पूछताछ चल रही है। इसके आधार पर महाराष्ट्र, दिल्ली, उत्तराखंड और झारखंड में दोनों की तलाश की जा रही है।

मुशहरी, मनियारी या सकरा में हथियार छिपाने की आशंका प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही की हत्या के बाद बाइक से मुशहरी इलाके की ओर चारों शूटर भागे थे। पुलिस को मिल रही सूचना के आधार पर गोविंद दूसरे राज्य में भाग कर छिप गया है। वह अपने साथ हथियार लेकर नहीं गया होगा। हत्या के बाद मुशहरी या मनियारी इलाके में हथियार छिपाए जाने की आशंका है। इसके तहत पुलिस ने मुशहरी के मनिका, रोहुआ, पुरुषोत्तमपुर, मनियारी के सिलौत गजपती, सकरा के बरियारपुर इलाके में हथियार के छिपाए जाने की आशंका में छापेमारी कर रही है। सिलौत गजपति गांव में तीन बार पुलिस टीम ने छापेमारी की है। अत्याधुनिक पिस्टल से हत्या की गई है। उसे किसी कुख्यात के यहां ही छिपाया जा सकता है।

शेरू व विक्कू की सभी थानों से मांगी गई क्राइम हिस्ट्री आशुतोष शाही हत्याकांड में जेल भेजे गए विक्रांत कुमार शुक्ला उर्फ विक्कू शुक्ला और पूर्व वार्ड पार्षद शेरू अहमद की सभी थानेदारों से क्राइम हिस्ट्री मांगी गई है। बीते 15 साल का क्राइम रिकॉर्ड जिला पुलिस खंगाल रही है। पुलिस को सूचना मिली है कि शेरू पहले अपराध से जुड़ा था और इस दौरान वह जेल भी गया था। यही स्थिति विक्कू शुक्ला की भी है। सरैया, काजी मोहम्मदपुर थाने में दो केस मिले हैं। इसके अलावा अधिकतर कांडों में उसे क्लीन चिट मिल गई है या केस में बरी हो चुका है।

कई जगह हो रही छापेमारी

● शूटर गोविंद के गांव सिलौत गजपति में एसआईटी की छापेमारी

● हत्याकांड में इस्तेमाल अत्याधुनिक पिस्टल की हो रही है तलाश

● हिरासत में लिए गए लाडले से हुई गोविंद व मंटू के बारे में पूछताछ

भारत जलपान वाली जमीन की खोली गई फाइल

आशुतोष शाही की हत्या के बाद पुलिस ने भारत जलपान की जमीन को लेकर उसके संचालक को धमकी दिए जाने के केस में भी छानबीन शुरू कर दी है।

पूछताछ के लिए लाडले को हिरासत में लिया गया है। साक्ष्य मिलने पर ही किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी। मंटू शर्मा व गोविंद की तलाश में पुलिस टीम छापेमारी कर रही है। अज्ञात शूटर की पहचान के लिए भी टीम अपने स्तर से छानबीन में जुटी है। -राकेश कुमार, एसएसपी

Source : Hindustan

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