लोक आस्था का महापर्व छठ का रंग पूरी तरह निखर चुका है। हर तरफ उल्लास व उमंगों का गहरा रंग बिखर चुका है। घाट से बाट तक माहौल भक्तिमय बना हुआ है। शुक्रवार को शाम चार बजते-बजते घाटों पर व्रतियों का जुटान शुरु हो गया। पांच बजते-बजते जल में व्रतियों का पदार्पण शुरु हो गया और देखते ही देखते छठ का उल्लास परवान पर चढ़ गया। लोगों ने श्रद्धा व भक्ति के साथ अस्ताचल गामी सूर्य को अर्ध्य दिया।
छठ को लेकर सभी घाटों पर बेहतरीन व्यवस्था
जिले से गुजरने वाली पावन गंगा,कोसी व महानंदा के विभिन्न घाटों पर छठ को लेकर अलग ही नजारा रहा। दूर दूर तक छठ व्रतियों की कतार लगी रही। छठ गीतों से पूरा परिक्षेत्र गूंजायमान रहा। मनिहारी गंगा घाट, काढ़ा गोला गंगा घाट, गंगा-कोसी संगम घाट पर अभ्यर्थियों की भीड़ कुछ ज्यादा ही रही। इधर नगर निगम क्षेत्र के कुल 32 घाटों पर भी श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। शहर के विजय बाबू पोखर तालाब घाट व कारी कोसी घाट का औपचारिक उदघाटन सूबे के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, विधान पार्षद अशोक अग्रवाल, पूर्व सांसद निखिल कुमार चौधरी, बरारी विधायक सह महापौर विजय सिंह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
कई लोगों ने दिया दंड प्रणाम
महापर्व में भक्ति के कई रंग भी देखने को मिलते हैं। कई लोग दंड प्रणाम देते हुए घाट तक पहुंचे और भगवान भाष्कर को अर्घ्य दिया। इसके अलावा कई घाटों पर मन्नत के अनुसार लोगों ने बच्चों का अलग-अलग संस्कार भी करवाया। बता दें कि शनिवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य के साथ महापर्व का समापन होगा।
निगम के 32 घाटों पर दिया जाएगा अर्घ्य
नगर निगम क्षेत्र के कुल 32 घाटों पर भी श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके लिए इन घाटों पर हर तरह की व्यवस्था की गई है। रौशनी और पेयजल की भी व्यवस्था है।
Input: Dainik Bhaskar