बिहार बोर्ड (बिहार विद्यालय परीक्षा समिति) की इंटरमीडिएट परीक्षा खत्म होने के साथ ही अब परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू होगा। कॉपी में नंबर बढ़ाने को लेकर जालसाज अब धोखेबाजी के लिए सक्रिय हो चुके हैं। जालसाज परीक्षार्थियों व उनके अभिभावकों को फोन कर रहे हैं और नंबर बढ़ाने के लिए चार हजार रुपये की मांग कर रहे हैं।
अगर आप या आपके घर में कोई इंटरमीडिएट परीक्षार्थी है तो सावधान हो जाइये। हो सकता है कि अगला फोन आपके पास ही आ जाए। फोन करने वाला जालसाज आपको फेल हो जाने का भय दिखाकर डरा सकता है ताकि वह इस आड़ में आपसे मोटी रकम वसूल सके।
सिवान के मैरवा सिथत एक निजी विद्यालय के संचालक ने बताया कि उनके पास एक फोन कॉल आया था। फोन करने वाले ने उनके रिश्तेदार छात्र के नाम, रोल नंबर और रोल कोड बताए, फिर कहा कि केमिस्ट्री में महज 12 नंबर ही आ रहे हैं। अगर अच्छा अंक पाना है तो बैंक अकाउंट में चार हजार रुपये ट्रांसफर कर दीजिए। हैरानी की बात यह है कि कि फोन करने वाले जालसाज ने उत्तर पुस्तिका की क्रम संख्या भी बिल्कुल ठीक-ठीक बताया।
उस फोन कॉल के बाद जब विद्यालय संचालक ने रिश्तेदार छात्र से बात की तो उसने कहा कि इस विषय में फेल होने का सवाल ही नहीं है। उसने सही-सही उत्तर लिखे हैं। उन्होंने बताया कि अब वे फोन करने वाले के विरुद्ध थाने में शिकायत करने जा रहे हैं।
बता दें कि पिछले वर्ष भी मैट्रिक के कई परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों के पास इस तरह के जालसाजों के फोन आए थे। एेसे में यह जांच का विषय है कि फोन करने वाले ने उत्तर पुस्तिका का नंबर, छात्र का नाम, रौल नंबर, रौल कोड तथा उसके अभिभावक का फोन नंबर कैसे हासिल किया? इसे लेकर जांच और परीक्षार्थियों को अलर्ट रहने की जरूरत है।
Input : Dainik Jagran