इस बार सावन में बाबा गरीबनाथ के दरबार में जलाभिषेक के लिए आने वाले शिवभक्तों की कांवरिया पथ में खूब परीक्षा होने वाली है। एक तरफ उन्हें प्रतिकूल मौसम का सामना करना पड़ सकता है, वहीं जगह-जगह टूटी कंक्रीट सड़कें परेशानियों का सबब बन सकती हैं। लंबी दूरी तय कर शहर में प्रवेश करने पर उन्हें बजबजाती नालियों से गुजरना पड़ सकता है। हल्की सी बारिश में सड़कें पानी में डूब जा रही हैं। संभावित भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से तय किए गए रूट भी उनके लिए किसी परीक्षा से कम नहीं। सारी परेशानियों को ङोलते हुए यदि वे बाबा के दरबार में पहुंच भी जाएं तो उन्हें बाबा गरीबनाथ के दर्शन हो भी जाएं, इसकी कोई गारंटी नहीं। कारण, पिछले वर्षो की भांति ही इस बार भी वे अरघा द्वारा ही बाबा का जलाभिषेक कर पाएंगे। इधर, पूर्व विधायक केदारनाथ प्रसाद ने जिला प्रशासन से निर्धारित किए गए रूट में संशोधन का अनुरोध किया है। कहा है कि मनमानी से व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। सरकारी खजाने का पैसा पानी की तरह बहा तो दिया जाता है, मगर कांवरियों को सुविधा नहीं मिल पाती। मार्ग परिवर्तन से कांवरियों को परेशानी होती है। उन्होंने पिछले वर्षो की भांति इस वर्ष भी गोला रोड स्थित श्रीरामभजन योगाश्रम में सेवा शिविर लगाए जाने की घोषणा की है। इसमें हरिओम वाजपेयी, ब्रजकिशोर सिंह, नवीन, अमरनाथ प्रसाद, महेश चंद्र नारायण अधिवक्ता, डीके पप्पू, बिरजू, हिमांशु, अरविंद, प्रो.विभा, प्रो.गोपी किशन थे।
Input : Dainik Jagran