कोरोना (कोविड-19) महामारी की वजह से इस वर्ष देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम में श्रावणी मेला का आयोजन नहीं होगा. राज्य सरकार ने इस साल आयोजन स्थगित करने का फैसला लिया है. स्वयं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी पुष्टि की है. साथ ही उन्होंने ऐसा निर्णय लेने के लिए भगवान भोलेनाथ से क्षमा भी मांगी है. बुधवार को पंडा धर्मरक्षिणी सभा, देवघर का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलने प्रोजेक्ट भवन पहुंचा था.
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से कहा कि लाखों श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ के मंदिर में ऐतिहासिक श्रावणी मेला शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन मंदिर बंद होने से परेशानी हो रही है. लोगों की आस्था का विषय होने के कारण सरकार को मंदिर खोलने और श्रावणी मेले के आयोजन की अनुमति देनी चाहिए.
इस पर मुख्यमंत्री ने कहा : कोरोना को लेकर सरकार के सामने बड़ी चुनौतियां हैं. लेकिन, बाबा भोलेनाथ की कृपा और राज्यवासियों के सहयोग से हम इस महामारी को नियंत्रित करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. श्रावणी मेले में देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु आते हैं. ऐसे में कोरोना के संक्रमण का खतरा काफी बढ़ सकता है. वर्तमान परिस्थितियों में मंदिर खोलना जनस्वास्थ्य के लिहाज से उचित नहीं है. मैं भोलेनाथ से इसके लिए क्षमा मांगता हूं. प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से आर्थिक सहायता देने के लिए उपयुक्त कदम उठाने का आग्रह किया.
इस मुख्यमंत्री ने कहा : हम आप लोगों की परेशानियों को समझ रहे हैं. सरकार आप लोगों की सहायता के लिए आवश्यक कदम उठा रही है. इसके लिए देवघर जिला प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिये जा रहे हैं. मुख्यमंत्री से भेंट करनेवालों में पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष प्रो डॉ सुरेश भारद्वाज, महामंत्री कार्तिकनाथ ठाकुर, उपाध्यक्ष मनोज मिश्रा और शंकर सरेवार तथा सदस्य चंदन भारद्वाज, सौरभ झा एवं अरुण परिहस्त शामिल थे.
मुख्यमंत्री से मिलने के लिए प्रोजेक्ट भवन पहुंचा देवघर पंडा धर्मरक्षिणी सभा का प्रतिनिधिमंडल
कहा : लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा मामला होने के कारण मेले के आयोजन की अनुमति दें
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा : जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अभी बाबा मंदिर खोलना उचित नहीं होगा
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
शिवगंगा की सफाई-सौंदर्यीकरण, मानसरोवर में जल भरायी व निकासी की व्यवस्था हो मुख्यमंत्री के साथ बैठक सफल रही है. उन्होंने सभा के सदस्यों को काफी सम्मान दिया. देवघर व यहां के लोगों के प्रति गंभीरता दिखायी. लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए हरसंभव मदद का भरोसा दिया.
– प्रो सुरेश भारद्वाज, अध्यक्ष, पंडा धर्मरक्षिणी सभा
- मानसरोवर के पानी को जलसार होते हुए बाहर किया जाये
- बाबामंदिर सहित आसपास के क्षेत्रों का सौंदर्यीकरण हो
- शिवगंगा में जल भरायी की पुरानी व्यवस्था को पुन: बहाल किया जाये और इसकी सफाई हो
- शिवगंगा का सौंदर्यीकरण किया जाये लखराज जमीन का मुद्दा भी उठा
Input : Prabhat Khabar