ईरान ने इराक में अमेरिका के दो सैन्य ठिकानों पर एक दर्जन से ज्यादा मि’साइलें दा’गी हैं। एयरबेस पर अमेरिका के साथ गठबंधन सेनाएं (Al-Assad and Irbil) तैनात हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि ईरान ने करीब साढ़े पांच बजे इराक में अमेरिकी और गठबंधन सेना के ठिकानों पर मिसाइलों से ह’मला किया। ह’मले में अमेरिका की अगुवाई वाली गठबंधन सेनाओं को अभी तक किसी भी नुकसान की खबर नहीं है।
View From Inside #iraq #Iran attack on #USA base in #Iraq. Iran fired more thn 10 missile on Al_Asad base #IranvsUSA pic.twitter.com/7AOaKtjwb6
— Shezy mughal (@shezymughal754) January 8, 2020
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अमेरिकी बलों के ठिकाने पर हुए ताजा हमले पर दुख जताया है। ह्वाइट हाउस ने अपने बयान में कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति हालात पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। ट्रंप को ईरान के हमले के बारे में जानकारी दी गई है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि सब ठीक है… ईरान ने इराक में दो सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले किए हैं। हमले में हताहतों की संख्या का आकलन किया जा रहा है। हमारे पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना है। मैं कल सुबह बयान दूंगा।
समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के तुरंत बाद अमेरिका के मिलिट्री जेट्स हरकत में आ गए और आसमान में उनकी हलचल देखी गई। पेंटागन ने बुधवार को हुए ताजा ईरानी हमले के बाद कहा कि वह हमले में हुए नुकसान का आकलन कर रहा है। वहीं ईरानी रिवॉलूशनरी गार्ड कमाडंर ने कहा है कि इराक में अमेरिका के एयरबेस पर ईरानी मिसाइलों का हमला पहला कदम है।
इस बीच इराक में लड़ रहे ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड ने अमेरिकी बलों को क्षेत्र से वापस जाने के लिए कहा है। ईरानी सैन्य बल की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हम अमेरिका के सभी साथियों को चेतावनी देते हैं कि वे एक आतंकी सेना को अपने बेस इस्तेमाल न करने दें। खासकर इराक के संदर्भ में कहा गया है कि यदि क्षेत्र का कोई मुल्क अपनी धरती को ईरान के खिलाफ हमले में इस्तेमाल होने देता है तो उसको भी निशाना बनाया जाएगा।
एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि ईरानी मिसाइलें वहां गिरी जहां अमेरिकी सेना का बेस कैंप मौजूद है। इससे पहले भी ईरान ने अमेरिकी बेस को निशाना बनाकर हमला किया था जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि उसने ऐसी हरकत दोबारा की तो अमेरिका उसे कड़ा सबक सिखाएगा। हालांकि, ईरान ने तब आधिकारिक बयान नहीं दिया था।
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते बगदाद हवाईअड्डे पर अमेरिका ने ड्रोन स्ट्राइक में ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी General Qasem Soleimani को मार गिराया था। इसके बाद ईरान ने अमेरिका से बदला लेने की धमकी दी थी। ईरान की धमकी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने बयान जारी कर उसे ऐसा नहीं करने की हिदायत दी थी। साथ ही कहा था कि ईरान के 52 सांस्कृतिक धरोहरें उसके निशाने पर हैं।