एईएस का प्र’कोप बढ़ने के साथ इसके इलाज को लेकर कई तरह की परेशानियां आ रही हैं। इसमें विटामिन बी 12 व विटामिन सी 6 जैसी महत्वपूर्ण दवा नहीं मिल रही है। मुजफ्फरपुर के सभी पीएचसी की स्वाथ्य विभाग की ओर से कराई जांच में इसकी कमी सामने आयी है।
2019 में जिले में काफी संख्या में बच्चों के माइटोकॉन्ड्रिया फेल होने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद विशेषज्ञों की राय पर एईएस पीड़ित बच्चों को ये दवाएं अनिवार्य रूप से देने के लिए कहा गया। इसके बाद अब इसकी खरीदारी की प्रक्रिया शुरू की गई। अभी पूरे मार्केट में यह दवा नहीं मिल रही है। इस कारण स्थानीय अधिकारियों की परेशानी बनी हुई है। हालांकि, एसकेएमसीएच में ये दवाएं हैं। इससे मुजफ्फरपुर को राहत है, लेकिन एईएस प्रभावित पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, वैशाली, पश्चिम चंपारण में ये दवाएं नहीं हैं।
इस बारे में मुजफ्फरपुर के जिला वैक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल अधिकारी डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि दोनों दवाओं की खरीदारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
60 तरह की दवा व उपकरण होंगे इस बार
इस बार एईएस के इलाज के प्रोटोकॉल के तहत 50 की जगह अब 60 तरह की दवाएं व उपकरण खरीदारी की प्रक्रिया बीएमआइसीएल ने शुरू की है। इसमें 38 से अधिक तरह की दवाएं उपलब्ध हो गई हैं। शेष की खरीदारी के लिए पटना से ही ऑर्डर दे दिया गया है। इसकी सूचना राज्य स्वाथ्य समिति ने जारी कर दी है।
Input:Live Hindustan