22 मार्च को एक परिवार में शादी होनी थी लेकिन उस दिन जनता कर्फ्यू की वजह से शादी नहीं हुई. अगले दिन शादी हुई तो दुल्हन की विदाई से पहले ही 24 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा कर दी. अब वहां की हालात ये है कि 9 दिन से बारात, दुल्हन के घर पर ही रुकी हुई है जिसकी आवभगत लड़की वालों को करनी पड़ रही है.
झारखंड के रामगढ़ में लॉकडाउन के दौरान किसी तरह शादी तो हो गई लेकिन शादी के 9 दिनों बाद भी दुल्हन की विदाई नहीं हो सकी है. आसनसोल से आए दूल्हा सहित वधू पक्ष के करीब 75 लोग जिसमें महिलाएं, बच्चे व पुरूष शामिल हैं, लॉकडाउन के कारण वापस अपने घर नहीं जा पा रहे हैं.
सभी को पिछले 9 दिनों से अरगड्डा के पंचायत सचिवालय में ठहराया गया है. वहां टेंट लगाकर सभी को सुबह का नाश्ता, दोपहर व रात का खाना लड़की पक्ष वाले खिला रहे हैं. दरअसल, सीसीएल अरगड्डा माइनस क्वार्टर में रहने वाले स्व. राजकपूर जगदल्ला की बेटी मोनिका उर्फ मोनी की शादी 22 मार्च को आसनसोल के नीचुपोड़ा में रहने वाले दासु दीप के पुत्र राकेश दीप के साथ होना तय हुआ था.
उस दिन कोरोना वायरस को लेकर देश भर में जनता कर्फ्यू लग जाने के कारण शादी नहीं हो पाई थी. 23 मार्च की रात को शादी हुई. 24 मार्च को लड़की की विदाई नहीं हुई और उसी रात को कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री ने पूरे देश मे लॉकडाउन करने की घोषणा कर दी.
Input : News4Nation