लगभग सात दशकों के बाद गुरुवार को एयर इंडिया की घर वापसी हो गई. 27 जनवरी को औपचारिक तौर पर एयर इंडिया को टाटा ग्रुप को सौप दिया गया. अब 28 जनवरी को एयर इंडिया की होने वाली सभी उड़ानों पर एक विशेष वेलकम घोषणा की जाएगी. इस संबंध में सभी पायलटों को एक सर्कुलर भी जारी किया गया है.
इस सर्कुलर में बताया गया है कि 28 जनवरी को होने वाली सभी उड़ानों में उड़ान भरने से पहले पायलट द्वारा टाटा समूह में एयर इंडिया की वापसी पर वेलकम किया जाएगा और यात्रियों को विशेष सूचना दी जाएगी.
“प्रिय मेहमानों, यह आपका कैप्टन (नाम) बोल रहा है… इस ऐतिहासिक उड़ान में आपका स्वागत है, जो एक विशेष आयोजन का प्रतीक है. आज, एयर इंडिया आधिकारिक तौर पर सात दशकों के बाद फिर से टाटा समूह का हिस्सा बन गई है. हम सेवा करने के लिए तत्पर हैं. आप इस और एयर इंडिया की हर उड़ान में नई प्रतिबद्धता और जुनून के साथ बने रहें. एयर इंडिया के भविष्य में आपका स्वागत है! हमें उम्मीद है कि आप यात्रा का आनंद लेंगे. धन्यवाद,
वेलकम एंड वेलकम बैक:
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एयर इंडिया के कर्मचारियों को संदेश देते हुए कहा कि पूरे देश की नजर टाटा समूह और एयर इंडिया पर है. लोग यह देखना चाह रहे हैं कि हम दोनों मिलकर क्या हासिल करने वाले हैं. उन्होंने यह भी कहा कि टाटा समूह एयर इंडिया को विश्वस्तरीय एयरलाइन बनाने को प्रतिबद्ध है. चंद्रशेखरन ने भरोसा जताया कि एयर इंडिया का स्वर्णिम युग आने वाला है.
एयर इंडिया के कर्मचारियों को भेजे संदेश में चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘मैंने यह सीखा है कि जो अतीत का सबसे अच्छा है, उसे संरक्षित रखा जाए और इसके लिये निरंतर बदलाव की आवश्यकता होती है. एक गौरवशाली इतिहास का सबसे अच्छा सम्मान भविष्य के अनुसार उसे तैयार करना और उसे अपनाना है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘पूरा देश की नजर हम पर टिकी है. वे इंतजार कर रहे हैं कि हम साथ मिलकर क्या हासिल करेंगे…हमारे देश को जिस एयरलाइन की जरूरत है, उसके निर्माण के लिए हमें भविष्य की ओर देखने की जरूरत है.’’
एयर इंडिया की शुरुआत टाटा समूह ने 1932 में की थी. हालांकि, आजादी के बाद एयरलाइन का 1953 में राष्ट्रीयकरण कर दिया गया. चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘घोषणा के दिन (आठ अक्टूबर, 2021) से हर किसी की जुबान पर एक ही शब्द है-घरवापसी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज नये अध्याय की शुरुआत है. मैं टाटा समूह की तरफ से समूह में आपका स्वागत करने के लिये यह पत्र लिख रहा हूं.’’ चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘मेरी पहली उड़ान दिसंबर, 1986 में एयर इंडिया के साथ थी और मैं यह कभी नहीं भूलूंगा कि जहाज पर होना कितना खास था….’’ उन्होंने कहा कि ये यादें शानदार हैं, लेकिन अब समय आगे देखने का है. वह इस बात से पूरी तरह से सहमत हैं कि एयर इंडिया का स्वर्णिम युग आने वाला है.
उन्होंने एक बयान में यह भी कहा कि टाटा समूह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुधारों को लेकर प्रतिबद्धता और भारत की उद्यमिता की भावना में भरोसे को लेकर पूरी तरह वाकिफ है. ‘ऐतिहासिक बदलाव’ इसी कारण से संभव हो पाया है.
चंद्रशेखरन ने बयान में कहा, ‘‘हम एयर इंडिया को टाटा समूह में वापस पाकर उत्साहित हैं और इसे वैश्विक स्तर की एयरलाइन बनाने को पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. मैं एयर इंडिया के सभी कर्मचारियों का हमारे समूह में पूरी गर्मजोशी के साथ स्वागत करता हूं और साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं.’’ समूह ने यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री के विमानन क्षेत्र को सस्ता बनाने और नागरिकों के लिये ‘रहन-सहन को सुगम’ बनाने में योगदान सुनिश्चित करने के दृष्टिकोण से सहमत है.
Source : News18