मुजफ्फरपुर पुलिस की विशेष टीम ने एक शातिर आर्म्स तस्कर को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से दर्जनों राउंड जिन्दा कारतूस और सेमि आटोमेटिक पिस्टल बरामद किया है. पकडा गया अपराधकर्मी हत्यारोपित है और कई कांडों में वांछित है. जेल में बंद एक कुख्यात हथियार तस्कर का शागिर्द बताया जाता है.
इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत ने बताया कि मिली गुप्त सूचना के आलोक में नगर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार और पुलिस उपाधीक्षक पूर्वी के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने कटरा थाना क्षेत्र के 49 मोर बँसवारी के पास घेराबंदी कर छापेमारी की गई. पुलिस छापेमारी के दौरान दो अपराधकर्मियों को गिरफ्तार किया गया, जिनकी पहचान जेल में बंद हथियार तस्कर कटरा इलाके का निवासी केशव कुमार उर्फ़ पुन्नु सिंह का ख़ास शागिर्द मुन्ना कुमार सिंह और आयुष कुमार उर्फ़ चुन्नू है. दोनों कटरा इलाके के ही निवासी बताये जाते हैं.
सेमि ऑटोमैटिक पिस्टल, कारतूस और चरस बरामद
तलाशी के दौरान इनके पास से 7.65 बोर के तीन सेमि आटोमेटिक पिस्टल मैगज़ीन सहित, 7.65 बोर के 66 राउंड जिन्दा कारतूस, 500 ग्राम चरस, चोरी का एक हाई स्पीड बाइक, बाइक का एक जाली नंबर प्लेट और नंबर प्लेट बदलने वाला एक रिंच बरामद किया गया है.
हत्या समेत कई मामलों में आरोपित है हथियार तस्कर मुन्ना सिंह
एसएसपी जयंतकांत ने बताया कि कई बार आर्म्स एक्ट में जेल जा चुके कटरा निवासी शातिर हथियार तस्कर केशव कुमार उर्फ़ पुन्नु सिंह का खास शागिर्द है मुन्ना सिंह. मुन्ना कुमार सिंह पर बोचहां, सदर, गायघाट, विश्वविद्यालय थाना में आर्म्स एक्ट समेत कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, वहीं गत वर्ष मुशहरी थाना इलाके में हुए मुठभेड़ के दौरान वह फरार हो गया था जबकि केशव और सुधांशु घायल हो कर पुलिस के हत्थे चढ़ गए थे. वहीं आयुष कुमार उर्फ़ चुन्नू 2016 में अहियापुर थाना से आर्म्स एक्ट के एक मामले में जेल जा चुका है.
फ़िलहाल पुलिस टीम अन्य थाना और आसपास के जिलों के थाना में इनके आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है. वहीं इनके स्वी’कारोक्ति बयान के आधार पर पुलिस टीम इनके नेटवर्क के अन्य साथियों की गिरफ़्तारी हेतु छा’पेमारी में जुटी है.
राजवर्धन के सर में मारीं थी आठ गोलियां
एलएस कॉलेज के आर्ट्स ब्लॉक के मैदान में पीजी इलेक्ट्रॉनिक्स के छात्र रहे राजवर्धन की मंगलवार 10 नवम्बर 2020 को दिनदहाड़े मुन्ना कुमार सिंह समेत तीन अपराधियों ने गोलियों से भून डाला था. पुलिस ने मौके से आठ खोखा और एक कारतूस बरामद किया था. बताया जाता है की इस हत्याकांड को हथियार तस्करी के कारण अंजाम दिया गया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कटरा धनौर निवासी राजवर्धन ने मुन्ना और केशव से एक पिस्टल और कारतूस की खरीदारी की थी और पैसे देने में आनाकानी कर रहा था. इस बीच पैसे देने को दबाव बनाये जाने पर कैंपस में ही मुन्ना के एक शागिर्द को पीट दिया था, जो राजवर्धन के हत्या का कारण बनी.
मुशहरी मुठभेड़ के दौरान फरार हुआ था मुन्ना सिंह
राजवर्धन की हत्या के ठीक तीसरे दिन 13 नवम्बर 2020 को मुशहरी थाना क्षेत्र के तरौरा- बंगरी पुल के निकट कपड़ा व्यवसायी मो. मोख्तार से लूटपाट और फायरिंग के बाद भागने के क्रम में रोहुआ हाट के पास मुशहरी थाना की पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई. जवाबी कार्रवाई में कटरा इलाके के निवासी केशव कुमार और हथौड़ी थाना क्षेत्र के कुख्यात सुधांशु जख्मी हो गये थे वहीं कटरा निवासी हथियार तस्कर मुन्ना कुमार फरार हो गया था. पुलिस मुठभेड़ में घायल दोनों के ईलाजोपरांत पूछताछ में मुशहरी पुलिस ने राजवर्धन की हत्या में शूटर के रूप में दोनों को चिह्नित किया था.
छापेमारी में यह थे शामिल :
पुलिस अधीक्षक नगर राजेश कुमार, सहायक पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार पाण्डेय, कटरा थानाध्यक्ष पुअनि ललित कुमार, सिपाही धीरेन्द्र कुमार दुबे, शिवशंकर यादव, फूल मोहम्मद और कटरा थाना की सशस्त्र पुलिस बल.