नवादा के सर्किट हाउस में लोजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सूरजभान सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया, जिसका फायदा सबसे अधिक महागठबंधन को हुआ है। लोजपा चुनाव अकेले नहीं लड़ती तो तेजस्वी को उतनी सीटें नहीं आती। हमारे अकेले चुनाव लड़ने से नुकसान नीतीश कुमार को हुआ है।
तेजस्वी की उम्र सीखने की, नीतीश का अनुभव ज्ञान का भंडार: सूरजभान सिंह
लोजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि तेजस्वी की उम्र अभी सीखने की है और नीतीश का अनुभव ज्ञान का भंडार है। सूरजभान सिंह ने कहा कि चुनाव के बाद से चिराग कई बार बिहार आए हैं और उन्होंने चुनाव की समीक्षा की है। मीडिया में जो बातें सामने आ रही हैं, वह बिल्कुल ही गलत है। चिराग सभी लोगों से मिल रहे हैं। विपक्ष का काम बोलना है।
विधानसभा चुनाव में उम्मीद के मुताबिक लोजपा के प्रदर्शन पर सूरजभान ने कहा कि चुनाव नतीजों से हम हताश नहीं हैं। अभी हम नीतीश सरकार के कामकाज को लेकर पैनी निगाहें बनाए हुए हैं।
बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से सफल नहीं हो पाई: सूरजभान सिंह
सूरजभान सिंह ने कहा कि राज्य में शराबबंदी पूरी तरह से सफल नहीं हो पाई है। बिहार में पुलिस कर्मियों की संख्या बहुत कम है और इसको बढ़ाने की जरूरत है। अधिकतर सिपाही शराबबंदी के आदेशों का पालन कराने का काम कर रहे हैं तो अपराध बढ़ेगा ही, इसलिए जरूरत है कि कर्मचारियों को बढ़ाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को ध्यान देने की जरूरत है कि किस काम पर ध्यान देना है और किस काम पर नहीं।
वहीं उन्होंने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर कहा कि हत्या कहीं भी हो सकती हैं। हालांकि हत्या होना दुखद है और सरकार को इस पर नियंत्रण करना चाहिए। सरकार इसमें कमी जरूर ला सकती है जो कि अभी बिहार में इसे करने की जरूरत भी है। उन्होंने कहा कि बिहार में 20 साल पहले जो स्थिति थी, वो अब नहीं है। यहां जातिवाद इस कदर हावी है कि अपराध होने का एक कारण बना हुआ है।
Input: NBT Hindi