जिले के दोनों गैस प्लांट (बेला व दामोदरपुर प्लांट) से उत्पादन होने के कारण मंगलवार को ऑक्सीजन की सप्लाई में सुधार हुआ है। इसके कारण एसकेएमसीएच को पहली बार 24 घंटे में 480 सिलेंडर की सप्लाई की गई। एसकेएमसीएच में तकरीबन 200 मरीज भर्ती हैं।

इनमें से 138 ऑक्सीजन पर हैं। लेकिन, दो दिनों से सप्लाई दो-ढाई सौ सिलेंडर की भी नहीं हो पा रही थी। इससे ऑक्सीजन का संकट बना हुआ था। ड्रग इंस्पेक्टर उदय वल्लभ के अनुसार, अन्य अस्पतालों में भी जरूरत के अनुसार सप्लाई हो रही है। सिलेंडर किट को लेकर भी संकट बना हुआ है। कई मरीजों के परिजन मंगलवार को भी किट के लिए प्लांट पहुंचे। मिठनपुरा के राजीव कुमार ने कहा कि चार दिन पहले उसके पिता कोरोना पॉजिटिव हुए थे। ऑक्सीजन के लिए सिलेंडर की व्यवस्था हो गई लेकिन किट नहीं मिलने से ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है।

घर पर ऑक्सीजन ही काफी नहीं, इलाज भी जरूरी : डॉ. दास डॉ. एके दास ने कहा है कि घर पर तबीयत बिगड़ने पर सिर्फ ऑक्सीजन देना ही काफी नहीं है। सही इलाज भी जरूरी है, जिससे संक्रमण कम हो सके। मरीज के परिजनों को चाहिए कि वे चिकित्सकीय सलाह लेते रहें और जरूरत पड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराएं।

Input: Dainik Bhaskar

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