उमस भरी गर्मी बच्चों पर कहर बरपाने लगी है। इस सीजन में पहली बार एक दिन में चार बच्चों में एईएस की पुष्टि हुई है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची हुई है। जिले में हाई अलर्ट जारी किया गया है। सभी बच्चे एसकेएमसीएच के नवनिर्मित पीआईसीयू वार्ड में भर्ती हैं। पीड़ित बच्चे जिले के अलग-अलग गांव के हैं। पीड़ित बच्चे अहियापुर के गोलू कुमार (4), कांटी की रौशनी कुमारी (3), गायघाट के इंद्रजीत कुमार (3) व देवरिया के शिवम कुमार (3) हैं। शिवम 16 मई व गोलू 17 मई को भर्ती हुआ है। रौशनी व इंद्रजीत 19 मई को भर्ती हुए हैं। प्रभारी अधीक्षक डाॅ. सुनील कुमार शाही ने चारों बच्चों में एईएस होने की पुष्टि की है। वहीं, बुधवार को संदिग्ध एईएस से पीड़ित सकरा के सन्नी कुमार (1), पीयर की नविया कुमारी (3), बरूराज की प्रियांश प्रिया (ढाई वर्ष) को पीआईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है। सभी बच्चों को तेज बुखार था। सभी के ब्लड सैंपल पैथोलोजी विभाग में भेजे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद बीमारी की पुष्टि होगी। इस वर्ष एईएस से पीड़ित बच्चों की संख्या 27 हो गई है। इनमें से 18 बच्चे स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। अबतक एईएस से 5 बच्चों की मौत हो चुकी है।

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इलाज में लापरवाही से हुई थी औराई की एईएस पीड़ित बच्ची की माैत, डॉक्टर को सेवा से हटाया

मुजफ्फरपुर|एईएस पीड़ित औराई की एक बच्ची की इलाज में लापरवाही बरतना एक डॉक्टर को भारी पड़ा। राज्य सरकार ने संविदा पर नियोजित डॉक्टर अनिल कुमार सिंह को न केवल सेवा से हटाया, बल्कि उनका रजिस्ट्रेशन रद्द करने की सिफारिश मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से की। मामला सीतामढ़ी जिले के रून्नीसैदपुर का है। स्वास्थ विभाग ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए प्रथम दृष्टया डॉक्टर को दोषी माना।

इनपुट : दैनिक भास्कर

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