भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया है कि सरकार के इशारे पर तेली, तमोली, चौरसिया, दांगी सहित आधा दर्जन जातियों को अतिपिछड़ा सूची से बाहर करने की साजिश रची जा रही है। उसे हम सफल नहीं होने देंगे। भाजपा इसका मुंहतोड़ जवाब देगी।
उन्होंने कहा कि वैश्य एवं कुशवाहा समाज को बांटने और इनकी आबादी कम दिखाने की मंशा जातीय सर्वे में उजागर हो चुकी है। दूसरी तरफ राजद के एक विधान परिषद सदस्य वैश्य एवं कुशवाहा जातियों को अतिपिछड़ा सूची से बाहर कराने के लिए पदयात्रा और सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं। जिन अतिपिछड़ी जातियों ने महागठबंधन को वोट नहीं दिया, उनके विरुद्ध तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
मुसलमानों में मल्लिक, शेखड़ा और कुल्हिया ऊंची जातियां हैं, लेकिन अतिपिछड़ा वर्ग में शामिल कर इन्हें आरक्षण का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शेरशाहबादी जाति बांग्लादेशी हैं और बांग्ला बोलते हैं। सुरजापुरी को मुस्लिम जाति दिखाया गया है, जबकि सुरजापुरी भाषा है।
इन सारी विसंगतियों और त्रुटियों को दूर करने की आवश्यकता है। ऊंची जातियों के मुसलमानों को अतिपिछड़ा सूची से बाहर कर अतिपिछड़ों की हकमारी बंद की जानी चाहिए।
Source : Hindustan