बागमती के जलस्तर में लगातार वृद्धि से कटरा प्रखंड में बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई। शनिवार को पावर सब स्टेशन में पानी घुसने पर बिजली आपूर्ति ठप कर दी गई है।
एसडीओ प़्रभात रंजन सक्सेना ने बताया कि बाढ़ का पानी पावर हाउस में घुस गया है। जिससे पावर सब स्टेशन से बिजली आपूर्ति ठप किया गया है। जलप्लावन से सड़कें वीरान हो गई। गुलजार रहने वाले बकुची चौक पर सन्नाटा छाया रहा। दुकानदार बोरिया बिस्तर समेत पलायन कर गए। लगभग दो दर्जन गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। निचले भूभाग पर बसे दर्जनो घर में पानी घुस गया। पीड़ितों ने बताया किबाढ़ ने एक बार फिर से मुश्किलें बढ़ा दिया है। प्रखंड मुख्यालय का संपर्क कटरा उत्तरी भाग की 14 पंचायतों से भंग हो गया है। लगभग डेढ़ लाख की आबादी प्रभावित हो गई है। बाढ़ पीडितों के सामने विकट समस्या बनी हुई है, लेकिन अबतक किसी ने सुध नहीं ली है।
शनिवार को जलस्तर में लगभग वृद्धि हुई है। इसके साथ ही बाढ़ का पानी आधा दर्जन नए क्षेत्रों में प्रवेश कर गया। निचले भूभाग में बसे सैकड़ों घरों में पानी घुस जाने से जीवनयापन कठिन हो गया। पतांरी, बकुची, अंदामा, गंगेया और माधोपुर के दर्जनों परिवार बेघर हो गए। अब तक सरकारी स्तर पर कोई मदद नहीं मिली है। लोग पड़ाोसियों के रहमोकरम पर टिके हैं। प्रखंड में नाव की किल्लत है। महज दो सरकारी नाव हैं जिसे परिचालन का आदेश मिला है।
वहीं, 4 निजी नावें चलाई जा रहीं हैं। बाढ़ पीड़ितों के सामने पशुपालन भारी चुनौती बन गई है। पशुओं को बांध तथा ऊंचे ठिकाने पर रखा गया है जिनके लिए चारे का प्रबंध कठिन हो रहा है। लोग बांधे या या बगीचे से चारा काटकर खिला रहे हैं। गंगेया हाईस्कूल में तीन फीट पानी बह रहा है।