बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान गंवाने वाले एक बैंकर (Banker) को उसके बैंक और गांव के लोगों ने अनोखे अंदाज में सम्मान दिया है. बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank Of Baroda) के मैनेजर स्वर्गीय आलोक चंद्रा की याद में उनके पैतृक घर वारसलीगंज के कुटरी गांव में एक भव्य द्वारा का उदघाटन किया गया. उनकी साहस एवं वीरता को देखते हुए बैंक ने उनके नाम से एक शौर्य पुरस्कार देने की घोषणा कर रखी है.
ईमानदारी और साहस के साथ समाज की सेवा करने के उनके प्रयासों ने उन्हें अपने जीवन का बलिदान करने के लिए प्रेरित किया. बहादुरी के असाधारण कार्य की प्रशंसा करने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा आलोक चंद्र शौर्य पुरस्कार किसी बरोडियन को दिया जाता है. आलोक ने बैंक की सेवा करते हुए अदम्य साहस दिखाया था तभी से उनकी याद में इस सम्मान को दिया जाने लगा और इसका पहला सम्मान उनके बैंक के एक कर्मी को इस साल दिया भी जा चुका है.
बैंक ऑफ बड़ौदा के अरवल शाखा के प्रबंधक आलोक चंद्रा पुलिस को एक व्यक्ति को धन के गबन के आरोप में गिरफ्तार करने में मदद कर रहे थे. इस दौरान अज्ञात लोगों द्वारा उनको गोली मार दी गई थी. 21 मई 2018 की सुबह आलोक जब अपने घर नवादा से अरवल बैंक जा रहे थे उसी दौरान बाइक सवार अपराधियों ने जहानाबाद ज़िला के परासबीघा थानाक्षेत्र के नेहलपुर गांव के पास गोली मार कर हत्या कर दी थी.
ये कार्यक्रम आलोक के जन्मदिन के अवसर पर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि देने के दौरान किया गया. मौके पर मौजूद बैंक के अधिकारियों ने कहा कि आज ग़म का दिन नहीं है बल्कि आज काफी खुशी का दिन है. बैंक के सभी कर्मी आज गौरान्वित महसूस कर रहे है. कुटरी गांव के मुख्य सड़क पर शहीद द्वार का उदघाटन जहानाबाद के पूर्व सांसद डा अरूण कुमार, बैंक आँफ बड़ौदा के अधिकारी कैप्टन प्रवीर भारती, बैंक ऑफ बड़ोदा के ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री आर के चटर्जी, स्थानीय विधायक अरूणा देवी, जिप उपाध्यक्ष गीता देवी, वारिसलीगंज पश्चिमी जिप सदस्य अंजनी कुमार, बैंक ऑफ बड़ौदा के वर्तमान एवं पूर्व कर्मी के साथ साथ कुटरी गांव के लोग मौजूद थे. इस मौके पर लोगों ने उनकी वीरता को याद किया.
Input : News18