23 जून को आयोजित विपक्षी एकता की बैठक में बिहार आने वाले कई नेताओं पर क़ानूनी कार्रवाई की जा सकती है। दरअसल 15 राजनीतिक दलों के 27 प्रतिनिधियों ने 23 जून को पटना में हुई विपक्ष की बैठक में भाग लिया था। इस दौरान नेता लोग पटना एयरपोर्ट पर आए और वहां से अतिथि गृह तक गए। अपनी यात्राओं के दौरान नेताओं पर यातायात नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस में शिकायत भी दर्ज करा दी गई है।
बता दें कि सवर्ण क्रांति सेना ने पटना के यातायात एसपी को शिकायत करते हुए कहा है कि विपक्ष की बैठक में पटना आने वाले नेताओं के द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन कर सीट बेल्ट नहीं लगाने के मामले में कार्रवाई हो। शिकायतकर्ताओं ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में मुख्यमंत्री आवास पर हुए विपक्षी एकता की बैठक में कई राज्य के नेता लोग मौजूद थे। इन लोगों ने यातायात नियम का पूरी तरह धज्जियां उड़ाई है।
शिकायतकर्ताओं ने अपने बयान में कहा कि कुछ सप्ताह पहले पटना आए कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के सीट बेल्ट नहीं बांधने पर उनके खिलाफ यातायात उल्लंघन मामले में नियमानुसार कार्रवाई हुई थी। अब वैसी ही कार्रवाई पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ भी होनी चाहिए।