पूर्व डिप्टी मेयर सैयद माजिद हुसैन के बड़े भाई प्रोफेसर डा. सैयद आबिद हुसैन अफगानिस्तान के काबुल में सुरक्षित हैं। वह अपने भाई और परिजनों से लगातार संपर्क में हैं। वे काबुल विश्वविद्यालय के बगल में ही मैनेजमेंट काॅलेज में प्राध्यापक हैं। उनके साथ भारत के 6 प्रोफेसर और भी हैं। इन सबने इसे लेकर भारतीय दूतावास में संपर्क कर भारत लाैटने की व्यवस्था कराने का आग्रह किया है।
पूर्व डिप्टी मेयर ने बताया कि भैया का आज निजी फ्लाइट का टिकट था। लेकिन उड़ान रद्द हाे जाने के कारण वह नहीं आ सके। हालांकि उन्होंने घर पर बात के दाैरान कहा है कि अब बहुत अफरा तफरी नहीं है। फिर भी यहां तालिबान शासन में रुकना ठीक नहीं है। प्रोफेसर डा. सैयद आबिद हुसैन बीते डेढ़ साल से अफगानिस्तान में काबुल विवि के अधीन काॅलेज में मैनेजमेंट के प्राध्यापक के रूप में पढ़ा रहे थे।
अभी बकरीद के माैके पर चंदवारा आजाद राेड स्थित घर आए थे। बीते 25 जुलाई काे ही अफगानिस्तान लाैटे थे। तब तालिबान से लड़ाई शुरू हाे चुकी थी। अब तालिबान के काबिज हाे जाने के कारण वह फंस गए हैं। वहां के बदले हालत को लेकर परिवार में चिंता हैं। वह काबुल में अकेले हैं। यहां उनकी पत्नी, एक पुत्र और एक पुत्री है। दूतावास ने उनके साथ सभी भारतीय काे आश्वस्त किया है कि जल्द ही सभी के लाैटने की व्यवस्था हाे जाएगी। तालिबान हुकूमत ने भी किसी भारतीय काे नुकसान नहीं पहुंचाने की घोषणा की है।
Input: Dainik Bhaskar