शेयर बाजार के बड़े निवेशकों में एक और बिग बुल के नाम से पहचाने जाने वाले राकेश झुनझुनवाला की अकासा एयरलाइंस को नागरिक उड्डयन मंत्रालय से अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) मिल गया है. अकासा एयर सभी अतिरिक्त अनुपालनों पर नियामकों के साथ काम करेगी. एसएनवी एविएशन प्राइवेट लिमिटेड ब्रांड नेम अकासा एयर के तहत उड़ान भरेगा. जेट एयरवेज के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) विनय दुबे अब इसके सीईओ होंगे. अकासा एयर भारतीय एयरलाइन है, जिसमें राकेश झुनझुनवाला ने निवेश किया है.
भारत में कब ऑपरेशन शुरू कर देगी कंपनी?
सीईओ विनय दुबे की ओर से प्रमोटेड कम लागत वाली एयरलाइन अब अपने एयर ऑपरेटर के परमिट के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से संपर्क करेगी. दुबे ने कहा कि हम नागरिक उड्डयन मंत्रालय को उनके समर्थन और एनओसी देने के लिए आभारी हैं. हम Akasa Air को सफलतापूर्वक लॉन्च करने के लिए जरूरी सभी अतिरिक्त अनुपालनों पर रेग्युलेटरी अथॉरिटीज के साथ काम करना जारी रखेंगे. कंपनी ने कहा कि एयरलाइन 2022 की गर्मियों तक भारत में ऑपरेशन शुरू करना चाहती है. अकासा एयर और तीन दूसरी एयरलाइंस ने शेड्यूल एयर पैसेंजर्स सर्विस और एयर कार्गो सर्विस शुरू करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय से एनओसी के लिए अगस्त 2021 में आवेदन किया था.
झुनझुनवाला करेंगे 3.5 करोड़ डॉलर का निवेश
विमान खरीदने के लिए अकासा एयर बोइंग और एयरबस से बातचीत कर रही है. इससे पहले 28 जुलाई 2021 को कई रिपोर्ट में बताया गया था कि झुनझुनवाला 4 साल में एक नए एयरलाइन वेंचर के लिए 70 विमान रखने की योजना बना रहे थे, जिसे उन्होंने वापस लेने का फैसला किया है. झुनझुनवाला के पास नई एयरलाइन में करीब 40 फीसदी हिस्सेदारी होने की उम्मीद है. वह वेंचर में 3.5 करोड़ डॉलर का निवेश करने पर विचार कर रहे हैं. घरेलू एयरलाइन इंडिगो के पूर्व अध्यक्ष आदित्य घोष झुनझुनवाला और जेट एयरवेज के पूर्व सीईओ विनय दुबे के साथ अकासा के सह-संस्थापक होंगे.
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