ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेना इन दिनाें खतरनाक साबित हाे रहा है। अलाव के नजदीक बैठने के दाैरान स्किन जलने पीड़ित निजी व सरकारी अस्पतालों में पहुंच रहे है। डॉक्टरों के अनुसार खुले आसमान के नीचे या घर में अलाव काे लेकर बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। ठंड से बचने के लिए बहुत से लोग घर व दुकानों में अंगीठी जला कर उसके नजदीक बैठ जाते हैं। सदर अस्पताल के डाॅ. आरएन शर्मा ने बताया कि जिन्हें एलर्जी है, वे यदि अलाव के नजदीक बैठते हैं ताे उन्हें स्किन की समस्या उत्पन्न हाे सकती है। सांस के मरीजों के लिए भी अंगीठी ठीक नहीं है। हार्ट के मरीज तुरंत अाग के नजदीक से हटते हैं, ताे उन्हें ठंड में एक्सपोजर लग सकता है।

जहरीली गैस के शिकार हाेने के ये हैं लक्षण

  • सांस लेने में दिक्कत
  • लगातार सिरदर्द की शिकायत
  • बात-बात पर घबराहट
  • पेट में तकलीफ व उल्टी
  • लाे ब्लड प्रेशर हाे जाना
  • शरीर का तापमान कम हाेना
  • धड़कनें बढ़ना।

अलाव के नजदीक इन बाताें का रखें ध्यान

ढीले-ढाले कपड़े पहन कर अलाव के नजदीक न बैठें। आग के नजदीक सिल्क का कपड़ा भी नहीं होना चाहिए। अलाव के नजदीक बैठे बच्चों और बुजुर्गों का खासतौर पर ध्यान रखें। रात में बंद कमरे में अलाव जला कर न रखें। इससे उत्पन्न गैस जानलेवा साबित हो सकती है।

इनपुट : भास्कर

 

 

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