कोरोना की तीसरी लहर को लेकर एसकेएमसीएच में इलाज की तैयारी चल रही है। एसकेएमसीएच के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डा.गोपालशंकर सहनी ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर बच्चों पर ज्यादा प्रभाव की बात विशेषज्ञ कह रहे हैं। इसलिए अतिरिक्त सजगता बरती जा रही है। बच्चों को समय पर बेहतर इलाज मिल सके, इसके लिए 35 बेड का अलग से वार्ड तैयार किया जा रहा है। पीकू वार्ड में 102 बेड है।
अगर तीसरी लहर में बच्चों की संख्या अधिक बढ़ती है तो पीकू वार्ड के दूसरी मंजिल पर रखे जाएंगे। दूसरी मंजिल पर तीस बेड का वार्ड बना हुआ हैं।उन्होंने कहा कि तीसरी लहर को लेकर एसकेएमसीएच में तत्काल 60 बेड को पूरी तरह से तैयार करके रखा जा रहा हैं। वहीं शिशु रोग के डॉक्टर की संख्या बीस है।
इन सभी को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ऐसे में यह डॉक्टर तीसरी लहर में अगर बच्चे बीमार होकर आते हैं तो प्रशिक्षित डॉक्टर उनका इलाज कर पाएंगे।सीएस डा.एसके चौधरी ने बताया कि जिले के 16 पीएचसी में 10 बेड का चाइल्ड केयर सेंटर बनाए गए हैं। सदर अस्पताल में 100 बेड तैयार कर लिए गए हैं। अगर तीसरी लहर आती है तो उसके लिए ऑक्सीजन व दवा हर चीज की तैयारी है।
Input: dainik jagran