कोरोना वायरस से बचाव के लिए केंद्र से लेकर राज्य सरकार अलर्ट है. जिला प्रशासन को राज्य स्तर से कई निर्देश कोरोना वायरस से बचाव के लिए दिया गया है. इसके तहत देश के अति प्राचीन आदिशक्ति के रूप में विख्यात माता मुंडेश्वरी मंदिर में 31 मार्च तक श्रद्धालुओं के दर्शन पर रोक लगा दी गई है.
बता दें कि 18 मार्च से श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन पर रोक लगा दी गई है. कोरोना वायरस को लेकर सरकार के गाइडलाइन के अनुसार पुरातत्व विभाग ने आदेश जारी किया है. श्रद्धालु माता मुंडेश्वरी का दर्शन पूजन 18 तारीख से लेकर 31 मार्च तक अब नहीं कर सकेंगे. इस दौरान माता मुंडेश्वरी मंदिर में केवल पुजारी समय पर आरती पूजन करेंगे. बताया जाता है कि मां मुंडेश्वरी मंदिर में तीन बार आरती पूजन होती है. जो अपने नियमानुसार होता रहेगा. लेकिन दर्शनार्थियों के दर्शन करने पर रोक लगा दी गई है.
बता दें कि 18 मार्च से श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन पर रोक लगा दी गई है. कोरोना वायरस को लेकर सरकार के गाइडलाइन के अनुसार पुरातत्व विभाग ने आदेश जारी किया है. श्रद्धालु माता मुंडेश्वरी का दर्शन पूजन 18 तारीख से लेकर 31 मार्च तक अब नहीं कर सकेंगे. इस दौरान माता मुंडेश्वरी मंदिर में केवल पुजारी समय पर आरती पूजन करेंगे. बताया जाता है कि मां मुंडेश्वरी मंदिर में तीन बार आरती पूजन होती है. जो अपने नियमानुसार होता रहेगा. लेकिन दर्शनार्थियों के दर्शन करने पर रोक लगा दी गई है.
डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि विभागीय निर्देश के अनुसार कोरोना वायरस को लेकर पुरातत्व विभाग द्वारा मुंडेश्वरी मंदिर को 18 मार्च से 31 मार्च तक दर्शनार्थियों के दर्शन और पूजन पर रोक लगा दी गई है. वही 31 मार्च के बाद मुंडेश्वरी मंदिर में श्रद्धालु दर्शन पूजन कर सकेंगे. बताया जाता है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठा न हो इसके लिए दर्शन पूजन पर रोक लगाई गई है. बता दें कि आने वाले कुछ दिनों में चैत्र नवरात्र शुरू होने वाला है. जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु मां मुंडेश्वरी का दर्शन करने पहुंचते हैं. जिन्हें इस बार नवरात्र में दर्शन नहीं हो सकेगा. अंतिम दो तीन दिनों तक नवरात्र में श्रद्धालु मां मुंडेश्वरी का दर्शन कर सकेंगे.
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