मुंबई. महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के मद्देनजर लगाए गए लॉकडाउन (Lockdown) को 31 जुलाई तक बढ़ा दिया है. महाराष्ट्र में लगातार बढ़ रहे कोविड-19 (Covid-19) के मामलों को देखते हुए उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) नीत महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार (Maharashtra Vikas Agadhi Government) ने यह फैसला किया है. महाराष्ट्र सरकार ने कहा है कि COVID19 को नियंत्रित करने के लिए राज्य में संबंधित नगर निगमों के आयुक्त और जिला कलेक्टर कुछ गैर-आवश्यक गतिविधियों और व्यक्तियों की आवाजाही पर निर्दिष्ट स्थानीय क्षेत्रों में कुछ उपायों और आवश्यक प्रतिबंधों को लागू कर सकते हैं. सरकार ने आदेश जारी कर कहा कि आपातकालीन, स्वास्थ्य और चिकित्सा, कोषागार, आपदा प्रबंधन, पुलिस जैसे सरकारी कार्यालय 15 प्रतिशत क्षमता या फिर 15 व्यक्तियों (जो अधिक हो) के साथ काम करेंगे. सभी निजी कार्यालय 10% क्षमता या 10 लोग जो भी अधिक हो, के साथ काम कर सकते हैं.
ठाकरे ने रविवार को ही कहा था कि 30 जून के बाद भी राज्य में पाबंदियां जारी रहेंगी. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने रविवार को टेलीविजन पर संबोधन में कहा कि 30 जून के बाद भी राज्य में लॉकडाउन की पाबंदियां जारी रहेंगी. ठाकरे ने पाबंदियों में ढील दिए जाने से इंकार करते हुए कहा कि राज्य में कोरोना वायरस का खतरा अब भी बना हुआ है. ठाकरे ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘क्या 30 जून के बाद लॉकडाउन हटाया जाएगा? स्पष्ट उत्तर ‘नहीं’ है.’’ ठाकरे ने कहा कि अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए अनलॉक की प्रक्रिया को धीरे-धीरे लागू किया जा रहा है, जिसे ‘मिशन बिगिन अगेन’ नाम दिया गया है. उन्होंने कहा कि 30 जून के बाद पाबंदियों में कुछ ढील होगी लेकिन धीरे-धीरे ज्यादा ढील दी जाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में मिशन बिगिन अगेन के तहत अनलॉक प्रक्रिया शुरू की गई है. 30 जून के बाद भी पाबंदियां जारी रहेंगी लेकिन धीरे-धीरे लोगों को ज्यादा ढील दी जाएगी.’’
जारी रहेंगी कुछ पाबंदियां
मुख्यमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘मामले के आधार पर ढील दी जाएगी. उदाहरण के लिए यात्री परिवहन पर कुछ पाबंदियां जारी रहेंगी लेकिन कुछ स्थानीय सेवाओं को अनुमति दी जाएगी.’’ ठाकरे ने कहा कि चूंकि बड़ी संख्या में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, इसलिए कड़ा अनुशासन लागू रहना जरूरी है. उन्होंने कहा, ‘‘मैं लॉकडाउन शब्द का प्रयोग नहीं भी कर रहा हूं तो भी गलतफहमी में नहीं रहें और सुरक्षा कम नहीं करें. वास्तव में हमें ज्यादा अनुशासन दिखाने की जरूरत है.’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट अभी खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, ‘‘हम इस युद्ध को अंतिम चरण में आधा-अधूरा नहीं छोड़ सकते. मुझे विश्वास है कि आप सरकार के साथ सहयोग करते रहेंगे ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि लॉकडाउन फिर से लागू नहीं हो.’’ उन्होंने कहा कि हम शिक्षा को फिर से शुरू करने पर ध्यान दे रहे हैं क्योंकि यह स्कूल खोले जाने से ज्यादा महत्वपूर्ण है.
बारिश के कारण फैल सकती हैं बीमारियां
ठाकरे ने कहा कि मॉनसून शुरू हो चुका है और भारी बारिश तथा बीमारियों जैसे मुद्दे के समाधान के लिए हमने बैठकें करनी शुरू कर दी हैं. उन्होंने कहा, ‘‘बारिश के कारण बीमारियां फैल सकती हैं और हमने आसपास साफ-सफाई रखकर एहतियात बरतना शुरू कर दिया है और सुनिश्चित कर रहे हैं कि कहीं पानी जमा नहीं हो.’’
उन्होंने निजी डॉक्टरों से भी काम शुरू करने की अपील की ताकि स्वास्थ्य मशीनरी के बोझ को कम किया जा सके. (भाषा के इनपुट सहित)