दुनियाभर की अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस की वजह से चौपट हो रही है. इस बीच, भारत में आम लोगों पर महंगाई की मार पड़ी है. दरअसल, शनिवार को कुछ ऐसे ऐलान हुए हैं जिसके बाद मोबाइल फोन से लेकर पेट्रोल-डीजल तक महंगा होना तय माना जा रहा है. आइए, इनके बारे में जानते हैं..
दरअसल, आने वाले वक्त में मोबाइल फोन महंगा हो जाएगा. दरअसल, GST काउंसिल की 39वीं बैठक में मोबाइल फोन को 18 फीसदी के टैक्स स्लैब में शामिल किया गया है. इससे पहले ये प्रोडक्ट 12 फीसदी के स्लैब में था.
इस लिहाज से मोबाइल फोन पर टैक्स में 6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.जाहिर सी बात है कि मोबाइल फोन खरीदना पहले के मुकाबले अब महंगा हो जाएगा. ये नई दरें 1 अप्रैल 2020 से प्रभावी होंगी.
ये आम लोगों के लिए किसी झटके से कम नहीं है. कोरोना वायरस की वजह से पहले ही इसकी कीमत में तेजी आने की आशंका है. बता दें कि चीन से सप्लाई प्रभावित होने के कारण ज्यादार ब्रांड के मोबाइल फोन महंगे हो रहे हैं.
इसके अलावा सरकार ने पेट्रोल, डीजल पर उत्पाद शुल्क में प्रति लीटर तीन रुपये की वृद्धि कर दी है. केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड की ओर से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक पेट्रोल पर विशेष उत्पाद शुल्क 2 रुपये बढ़ाकर 8 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है.
वहीं, डीजल पर यह शुल्क दो रुपये बढ़कर अब चार रुपये प्रति लीटर हो गया है. इसके अलावा पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला रोड सेस भी एक-एक रुपये प्रति लीटर बढ़ाकर 10 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है.
इस बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल पर अब सेस सहित सभी तरह का उत्पाद शुल्क 22.98 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 18.83 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
हालांकि, माचिस के सस्ते होने की उम्मीद है. दरअसल, अब माचिस पर 12 फीसदी का जीएसटी लगेगा. पहले हाथ से बनाए गए माचिस पर 5 फीसदी और मशीन से बनाए गए माचिस पर 18 फीसदी का टैक्स लगता था.
इसके साथ ही एयरक्राफ्ट के मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ओवरहॉल (MRO) सर्विस पर जीएसटी की दर में कटौती की गई है. पहले ये 18 फीसदी के स्लैब में आता था, जो अब घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया है.