बिहार में कोरोना संकट को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा कर रहे हैं। नीतीश कुमार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और मुख्य सचिव दीपक कुमार की मौजूदगी में विभागीय समीक्षा कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने पिछले दिनों राज्य के अंदर प्रतिदिन 10 हजार कोरोना टेस्ट कराने का टारगेट रखा था लेकिन अब तक यह लक्ष्य हासिल नहीं हो सका.

इस बीच सीएम नीतीश कुमार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ इसको लेकर चर्चा कर रहे है. आखिर कैसे 10 हजार कोरोना टेस्ट रोज हो सके हैं.  बिहार में प्रवासी मजदूरों के आने से लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. यही नहीं प्रवासी मजदूरों को सैंपल जांच भी तेज करना है. क्योंकि अब तक करीब 15 लाख से अधिक प्रवासी बिहार आ चुके हैं.

कोबास मशीन आई पटना

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने जानकारी दी है कि कोरोना के जांच के लिए अत्याधुनिक कोबास मशीन पटना के RMRI में पहुंच गया है. भारत सरकार के ICMR ने इसे भेजा है. इस मशीन से प्रतिदिन 1000 सैंपल की जांच हो सकती है. अगले सप्ताह से  इस मशीन से जांच शुरू हो जायेगा. इस मशीन से प्रतिदिन 1000 जांच की क्षमता बढ़ जाएगी. लेकिन सीएम का टारगेट 10 हजार जांच रोज का है. क्योंकि प्रवासियों के आने से संक्रमितों मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.

Input : First Bihar

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