नई दिल्ली. लकड़ी की छड़ (Wooden Stick), खादी मास्क (Khadi Mask) ये उन वोटर्स के लिए प्रयोग किए जायेंगे, जो बिहार चुनावों (Bihar Elections) के दौरान वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ पर आयेंगे. ये चुनाव अक्टूबर-नवंबर में होने वाले हैं. यह जानकारी राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) एचआर श्रीनिवास ने दी. बिहार राज्य चुनाव आयोग (Bihar State Election Commission) ने बुधवार को कहा कि इस साल के अंत में होने वाले चुनावों में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मरीज और वे जो 65 वर्ष की आयु से ज्यादा हैं, उन्हें घर से ही वोट डालने या पोस्टल बैलेट के प्रयोग की अनुमति होगी.
श्रीनिवास ने न्यू इंडियन एक्सप्रेस अखबार को बताया कि जो लोग वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ पर जाना चुनेंगे, उन्हें कोविड-19 के प्रसार (Covid-19 Spread) को रोकने के प्रयास के तौर पर छोटी लकड़ी की डंडियां दी जायेंगी, जिससे वे ईवीएम (EVM) की बटन को दबा सकेंगे. उन्होंने अखबार को यह भी बताया कि अगर कोई वोटर मास्क नहीं पहने है तो उन्हें मुफ्त में एक थ्री-प्लाई खादी मास्क चुनाव आयोग की ओर से दिया जायेगा. हाथ धोने के उपयुक्त इंतजाम किए जायेंगे और बैक्टीरिया रोधी हैंड ग्लव्स भी उपलब्ध कराए जायेंगे.
बिहार चुनाव के दौरान बनाये जाएंगे 45% नए बूथ
सामाजिक दूरी को लागू करने के लिए चुनाव आयोग के अधिकारी एक बार में एक पोलिंग बूथ पर 1000 लोगों को जाने की अनुमति देने के तरीकों पर काम कर रहे हैं. श्रीनिवास ने कहा कि बिहार में 45% नए पोलिंग बूथ बनाये जायेंगे, जिन्हें मतदाता सूची के आधार पर अंतिम रूप दिया जायेगा और यह सुनिश्चित किया जायेगा कि प्रत्येक 1000 लोगों पर कम से कम एक बूथ का निर्माण सुनिश्चित किया जाये.
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान में 32 से 39 साल की उम्र के 1.98 करोड़ वोटर हैं और वहीं 70 से ऊपर की उम्र के 8.70 लाख वोटर हैं. श्रीनिवास ने कहा है कि करीब 7.43 लाख नए वोटर मतदाता सूची में शामिल किए गये हैं. ऑनलाइन मतदान की संभावना पर श्रीनिवास ने कहा कि इस पर चुनाव आयोग की ओर से एक निर्णय लिया जायेगा.
Input : News18