राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने राज्यसभा के लिए जब दो उम्मीदवारों के नाम गुरुवार सुबह जारी किया तो अमरेंद्रधारी सिंह के नाम ने ज्यादातर लोगों को चौंकाया। यहां तक कि राजद के नेताओं में से भी कई को नहीं पता था कि अमरेंद्रधारी सिंह कौन हैं। अमरेंद्रधारी सिंह के अलावा आरजेडी ने बिहार से प्रेमचंद गुप्ता को भी उम्मीदवार बनाया है, जो लालू के पुराने भरोसेमंद है। प्रेमचंद गुप्ता झारखंड से राज्यसभा सांसद हैं और अगले महीने अप्रैल में उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है।

अमरेंद्रधारी का नाम राज्यसभा उम्मीदवार के तौर पर सार्वजनिक होने के बाद राजद के नेता आपसे में चर्चा करने लगे कि आखिर वह कौन हैं जिसपर पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद ने भरोसा जताया है। सूत्रों ने बताया कि भूमिहार समाज के अमरेंद्रधारी को लालू काफी लंबे समय से जानते हैं। वह पटना जिले के विक्रम के रहने वाले हैं और कांग्रेस नेता अहमद पटेल के काफी करीबी हैं। सूत्र का कहना है कि भूमिहार समाज के आदमी को टिकट देकर लालू ने सवर्ण राजनीति को साधने की कोशिश की है।

राजद की बिहार इकाई के अध्यक्ष जगदानंद सिंह राजपूत हैं और पार्टी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ब्राह्मण। पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा करते हुए जगदानंद सिंह ने केवल इतना कहा कि अमरेंद्रधारी सिंह समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं और सामाजिक कार्यकर्ता होने के साथ ही राजद से जुड़े हुए हैं।

55 साल के हो चुके अमरेंद्रधारी सिंह का राजधानी के पाटलिपुत्र कॉलोनी में अपना मकान है और उन्होंने अब तक शादी नहीं की है। पटना के पालीगंज के अंइखन गांव में उनके पास एक हजार बीघा जमीन है। रियल एस्टेट में डील करते हैं और 13 देशों में फर्टिलाइजर और केमिकल का कारोबार है। उनकी दूसरी खासयित यह है कि कांग्रेस में सोनिया गांधी के करीबी और उनके रणनीतिकार माने जाने वाले अहमद पटेल के करीबी हैं।

Input : Hindustan

 

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.