जूरनछपरा में कई डॉक्टरों के कोरोना पॉजिटिव होने से शहर की स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ने लगा है। इस बीच बायो मेडिकल वेस्ट अपने आप में एक नई चुनौती बनकर सामने आ रहा है। आम शहरी इस्तेमाल किए गए फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, सैनेटाइजर के खाली बोतल घर के कचरे के साथ कूडा डंपिंग स्थल पर डाल दे रहे हैं। अस्पतालों से भी इलाज के बाद सुरक्षा उपकरण, मास्क, दस्ताने, सुई आदि जहां-तहां फेंक दिए जाते हैं। इससे महामारी को और तेजी से पांव पसारने का मौका मिल रहा है।

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खुले में फेंका जा रहा मेडिकल वेस्ट, शहर की सुरक्षा से खिलवाड़

सामान्य कूड़े के साथ मेडिकल वेस्ट फेंक पूरे शहर की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है। शनिवार को बैंक रोड में एक नामी स्कूल के आगे कचरे ढेर पर मास्क फेंका गया था। छोटी सरैयागंज में नवयुवक समिति पुस्तकालय भवन के समीप और जूरनछपरा में रोड नंबर पांच में कचरे के ढेर पर इस्तेमाल किए गए मास्क, ग्लब्स, मास्क शील्ड व पीपीई किट फेंके गए थे। इस तरह की स्थिति जूरनछपरा की हर गली और रोड की है। कई जगह अन्य मेडिकल वेस्ट भी फेंके गए थे। सदर अस्पताल में तो स्थिति और भयावह है। पूरे कैंपस में मेडिकल वेस्ट बिखरा पड़ा है।

इस कारण जूरनछपरा में निगम अधिकारियों के बार-बार आदेश के बावजूद कोई सफाईकर्मी कचरा उठाने के लिए नहीं तैयार है। बीते सात दिनों से जितना कोरोना का संक्रमण खतरा बढ़ा है, उससे कम खतरनाक मेडिकल वेस्ट नहीं हैं। जल्द ही इस इलाके से कूड़ा उठाव नहीं किया गया तो महामारी फैलने की आशंका है। मालूम हो कि मेडिकल वेस्ट किसी भी सूरत में कूड़े के ढेर पर डालना आपराधिक मामला माना गया है। इसके डिस्पोजल के लिए अलग एजेंसी है। एजेंसी मेडिकल वेस्ट को उच्च तापमान पर जलाने के बाद जमीन में गहराई तक दबा देती है।

क्या करें घर के मेडिकल वेस्ट को

इसे मोटी पन्नी में डालें। फिर दूसरी पन्नी में रखें या अलग कचरा बॉक्स में डालें। सफाई कर्मचारी को इसे अलग से दें, जिससे मेडिकल वेस्ट को नष्ट करने के लिए निगम संबंधित एजेंसी को भेज सके। यदि कोई उपाय न हो तो इस गहरे गड्ढे में डालकर मिट्टी से ढंक दें। इधर-उधर कदापि नहीं फेंकें।

-डॉ.सीके दास , नोडल पदाधिकारी, सदर अस्पताल

मेडिकल वेस्ट को कचरे के ढेर पर फेंक दे रहे हैं। इस कारण संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। यह आपराधिक मामला है। खासकर वैसे नर्सिंग होम, क्लीनिक या अस्पताल मेडिकल वेस्ट के खिलाफ अब दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। निगम हरसंभव कोशिश कर कचरा उठाव कराने के लिए जुटा है।

विशाल आनंद, अपर नगर आयुक्त

Input : Hindustan

 

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