कंगना रणौत अपने बेबाक बिंदास अंदाज के साथ-साथ विवादित बयान के लिए भी बखूबी जानी जाती हैं। पिछले दिनों ट्विटर पर बंगाल हिंसा को लेकर विवादित बयानबाजी करने के चलते उनका ट्विटर सस्पेंड कर दिया गया था। ऐसे में कंगना दूसरे प्लेटफॉर्म पर काफी सक्रिय हो गई हैं। हाल ही में कंगना ने ईद की मुबारकबाद देते हुए एक तस्वीर साझा की थी जिसके बाद वह बुरी तरह ट्रोल हो गई थीं।अब उन्होंने फेसबुक पर एक वीडियो साझा किया है जिसमें उन्होंने इस्रायल-फिलिस्तीन, गंगा में बहती लाशों और कोरोनावायरस समेत कई मुद्दों पर अपनी राय रखी है। हालांकि कंगना का यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है लेकिन यूजर्स ने उनकी जमकर क्लास लगा दी है।
कंगना सबसे पहले ईद, अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती की बधाई देती हैं। उसके बाद वो कहती हैं कि ‘दुनिया इस समय कई परेशानियों से जूझ रही हैं। चाहे वह कोरोना हो या दो देशों के बीच लड़ाई हो। मुझे लगता है कि अच्छे वक्त में संयम नहीं खोना चाहिए और बुरे वक्त में हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। हमें इस सब से क्या सीख मिल रही है, हम क्या सीख रहे हैं। उदाहरण के तौर पर आप इस्रायल को ही ले लीजिए, मात्र कुछ लाख लोग हैं उस देश में लेकिन छह-सात देश भी उनपर एक साथ हमला कर दें तो वो सबको लोहे के चने चबवा देते हैं।’
जिस हिम्मत से वो आतंकवाद का सामना कर रहे हैं पूरी दुनिया के लिए मिसाल बन गए हैं। ऐसा क्या है उस देश में – विपक्ष…. वो तो वहां भी है लेकिन वो युद्ध के बीच में खडे़ होकर यह नहीं कह रहा है कि कहां तुमने स्ट्राइक की, हमने तो नहीं देखा। वो ऐसी गंदगी नहीं फैलाते हैं। उस देश पर कोई भी आपदा आए चाहे किसी ने हमला किया हो या महामारी…. वो लोग डंटकर सामना करते हैं। साइड में खड़े होकर तमाशा नहीं देखते हैं।’
‘अब जैसे हमने कोरोना काल में ही देखा की एक वृद्ध महिला की तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें उसे ऑक्सीजन के लिए सड़क पर बैठना पड़ रहा है। यह ग्लोबल लेवल पर वायरल हो रही है जबकि यह इस दौरान की है भी नहीं।’ इसी बात का हवाला देते हुए कंगना कहती हैं, ‘आजकल जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं जिनमें गंगा किनारे लाशें तैर रही हैं वो भारत की है ही नहीं बल्कि नाइजीरिया की हैं। यहां के लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं, अपनी ही पीठ में छुरा घोंप रहे हैं। ये जो लोग ऐसी हिंसा फैलाते हैं ये किसी धर्म विशेष के नहीं बल्कि हर जगह पाए जाते हैं।’
इसी बात को आगे बढ़ाते हुए कंगना कहती हैं, ‘मेरी भारत सरकार से गुजारिश है कि इस्रायल की तरह यहां भी हर युवा के लिए आर्मी में सेवा देना अनिवार्य कर दें। हम भी करना चाहते हैं, हम भी करेंगे। जिस भी धर्म की किताब में लिखा है कि उसी धर्म के लोग आपके अपने हैं केवल वही इंसान हैं बाकी सब मायने ही नहीं रखते, उसको हटा दीजिए उन किताबों में से। अंत में कंगना कहती हैं कि चाहे आप किसी भी धर्म के हैं चाहे जैन, इस्लाम, सिख, आपके लिए सर्वोपरि धर्म होना चाहिए भारतीयता का। हमारा-आपका जो संबंध है देश के नागरिक होने का वह सर्वोपरि होना चाहिए, इंसानियत का नाता सर्वोपरि होना चाहिए। हम भारतीय एक-दूसरे के लिए मायने रखते हैं, जब हम आगे बढ़ेंगे तब देश आगे बढ़ेगा। जय हिंद।’
वहीं इस वीडियो के बाद कंगना को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। कुछ यूजर्स ने उन्हें खरी-खोटी सुनाई तो कुछ उनके सर्मथन में भी दिखें। एक यूजर ने लिखा, ‘बहन तू बोलकर निकल जाती है इधर तेरे भक्तों को ट्रोल किया जाता है।’ एक अन्य यूजर ने उनपर तंज कसते हुए लिखा, कंगना जी हम सब आपको भारत के सर्वोच्च पद पर देखना चाहते हैं आपका ज्ञान तो वाकई काफी प्रेरणा देने वाला है। वहीं कुछ यूजर्स ने उन्हें अक्षय तृतीया परशुराम जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
Input: amar ujala