लोग आजकल अपनी सुविधा के लिए गाड़ियों में एलईडी लाइटों का प्रयोग कर रहे हैं. आपको बता दें कि ऐसा करना यातायात नियमों के खिलाफ हैं. हाल के दिनों में गाड़ियों में अलग से एलईडी लाइटों का चलन चल रहा है. ऐसी गाड़ियों के धर- पकड़ के लिए जल्द ही अभियान चलाया जाएगा. इसकी जानकारी बिहार के नोडल पदाधिकारी एडीजी विनय कुमार ने दी है. हाल के ही दिनों में ऑटो, कार और बाइकों में एलईडी लाइटों को देखा गया है.
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हादसे की आशंका:
आपको बता दें कि गाड़ियों में अपने सहूलियत के लिए एलईडी लाइट लगाना यातायात नियमों के उल्लंघन करने के सामान है. एलईडी लाइट से दूसरे वाहनों को काफी हद तक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. दरअसल एलईडी की रौशनी इतनी खराब होती है कि आंखों को तो तकलीफ देती ही है, साथ ही दूसरे चालकों को सामने रास्ता ठीक से दिखाई नहीं देता. ख़ास तौर पर जिग- जैग लाइट से और ज्यादा दिक्कत होती है.
हाल के दिनों में एलईडी लाइटों का चलन खूब चल रहा है. गांव, शहर हर जगह लोग दिखावा करने के उद्देश्य से एलईडी लाइटों तो लगवाकर लोगों को दिक्कत कर रहे हैं. इसके बाद अगर सड़क टूटी- फूटी हो या या जुगाड़ से लगाई गयी हो तब तो खतरा और दोगुना हो जाता है.
एडीजी विनय कुमार ने चालकों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि ऐसी गाड़ियों पर जल्द ही शिकंजा कसेगा. जल्दी की अभियान की शुरुआत की जाएगी.
Input : Live Cities