प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बढ़ रही है. चीन में भी, बड़ी संख्या में लोग उनके प्रशंसक हैं. लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों और चीनी सेनाओं के बीच हुए हुई हिसंक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच तनाव काफी ज्यादा है और इस तनाव के बीच चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने एक सर्वे कराया है और इस सर्वे के नतीजे चौंकने वाले हैं.
Survey showed #India is one of the most favorable neighbors to China after Russia, Pakistan and Japan but 90% surveyed support military retaliation against India's provocation. Chinese are rational to separate Indian culture, people with its hostile govt. https://t.co/eDsqWDFAW7 pic.twitter.com/uiY84XEqWY
— Global Times (@globaltimesnews) August 27, 2020
दरअसल, ग्लोबल टाइम्स ने भारत-चीन के बीच जारी तवानपूर्ण संबंधों को लेकर एक सर्वे करवाया था. इस सर्वे में शामिल 51 फीसदी चीन के लोगों ने मोदी सरकार की प्रशंसा की है, जबकि लगभग 50 प्रतिशत चीनी नागरिकों पर बीजिंग का अनुकूल प्रभाव है. वहीं सर्वे में शामिल लोगों ने चीनी सरकार की कुछ नीतियों के खिलाफ अपनी नाराजगी भी जताई है.
ग्लोबल टाइम्स के सर्वे में सामने आया है कि लगभग 70 प्रतिशत लोगों का मानना है कि भारत में चीन विरोधी भावना बहुत अधिक है, जबकि 30 प्रतिशत से अधिक लोगों को लगता है कि दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार होगा. सर्वेक्षण में शामिल नौ प्रतिशत लोगों का मानना है कि भारत-चीन संबंधों में सुधार अल्पावधि के लिए होगा, जबकि 25 प्रतिशत के अनुसार, दोनों देशों के बीच संबंध लंबे समय तक मजबूत रहेंगे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सर्वे में शामिल लोगों ने रूस, जापान और पाकिस्तान के बाद भारत को अपना पंसदीदा देश बताया है. हालांकि, सर्वे में यह भी सामने आया है कि 90 फीसदी लोग भारत के खिलाफ सैन्य कार्रवाई से सहमत है.