गोवा के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षामंत्री रहे दिवंगत मनोहर पर्रिकर की आज पुण्यतिथि है। अपनी सादगी और विनम्रता के कारण चर्चित रहे पर्रिकर को राजनीति की दुनिया का बड़ा चेहरा माना जाता था। 17 मार्च 2019 में 63 साल की आयु में पैंक्रिएटिक कैंसर के कारण उनकी मृत्यु हो गई थी। ये मनोहर पर्रिकर की सादगी और ईमानदारी ही थी कि विपक्षी पार्टियां भी उनका सम्मान करती थीं। उनकी सादगी के कुछ किस्से पढ़कर आप उनकी शख्सियत से परिचित हो सकते हैं।
16 से 18 घंटे तक करते थे काम
मनोहर पर्रिकर अपने राजनीतिक जीवन में काफी सफल थे। बताया जाता है कि वे 16 से 18 घंटे तक काम में व्यस्त रहते थे। उन्होंने अपने जीवन में काम को हमेशा प्राथमिकता दी। चार बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे पर्रिकर को वहां की जनता बेहद पसंद करती थी। कई बार वो स्थानीय बाजार में खरीदारी करते भी नजर आते थे। बड़े पदों पर रहते हुए भी बिजनेस क्लास की जगह इकॉनोमी क्लास में यात्रा करना पसंद करते थे। उन्हें आम लोगों की तरह अपने घरेलू बिल को जमा करने के लिए लाइन में खड़े देखना आम था। बताया जाता है कि वे इन बिलों का भुगतान भी अपनी जेब से करते थे।
सरकारी गाड़ी छोड़ चलाई स्कूटर
चार बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे मनोहर पर्रिकर की सादगी को लेकर कई बातें कही जाती हैं। वह अक्सर अपनी स्कूटर से विधानसभा जाया करते थे। बताते हैं कि मुख्यमंत्री बनने के बाद सुरक्षा कारणों और प्रोटोकॉल के चलते उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं मिली। परिकर ऑटो से चलना भी पसंद करते थे। बताते हैं कि वह हवाई यात्रा भी इकोनॉमी क्लास में करना पसंद करते थे और महंगे रेस्तरां में जाना नापसंद था। सादगी पसंद जीवन के चलते उन्होंने अपने दोनों बेटों को भी कभी राजनीति की चकाचौंध में आने के लिए प्रेरित नहीं किया। उनके बेटे इंजीनियर और बिजनेसमैन हैं। उनका पूरा परिवार जनता के बीच अपनी सादगी के चलते लोकप्रिय है।