शहर में जलजमाव से मुक्ति के लिए करीब 6 माह में 12 उच्चस्तरीय बैठकें हुईं। खुद डिप्टी सीएम मुजफ्फरपुर पहुंचे। अधिकारियों के साथ समस्या समाधान की रणनीति तय की। इस सबके बावजूद सोमवार की रात मानसून की पहली झमाझम बारिश में ही शहर की अधिकतर गलियों और सड़कों के साथ ही मोहल्लों में भी लबालब पानी भर गया। जबकि, महज एक घंटे ही तेज बारिश में ही नगर निगम के सारे इंतजाम जैसे बह गए। सबसे बदतर हालात मोतीझील इलाके में हुई। यहां तीन दर्जन से ज्यादा दुकानों में पानी घुस गया। धर्मशाला चौक से मोतीझील और कल्याणी चौक तक दाे-ढाई फीट तक पानी लग गया। वैसे पानी का निकास भी देर रात हाेने लगा। पांडेय गली में भी करीब एक फीट पानी भर गया। यहां कल्वर्ट के पास 2 फीट तक पानी का रोड पर ही बहाव था।

की जा रही है मॉनिटरिंग

कम समय में काफी तेज बारिश हुई है। मोतीझील समेत कई जगह पानी लगने की सूचना मिली है। बारिश थमने के बाद तेजी से पानी निकलेगा। जलजमाव की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
-विवेक रंजन मैत्रेय, नगर आयुक्त

मिठनपुरा-बेला इलाके में और बढ़ा संकट

मिठनपुरा इलाके में राेड-नाला निर्माण के कारण पहले से जलजमाव था। इस बारिश के बाद क्लब राेड से लगते सभी मोहल्लों व निचले इलाकों में लबालब पानी भर गया। पानी टंकी से मिठनपुरा चाैक के बीच सड़क पर इतना पानी भर गया कि बिना ढलाई वाले लेन और ढाली जा चुकी सड़क में फर्क नहीं बचा। बेला औद्योगिक क्षेत्र में भी यही स्थिति है। गरीबस्थान मंदिर रोड, पुरानी बाजार इलाके में मेन रोड पर पानी बहने लगा। स्थानीय वार्ड पार्षद केपी पप्पू ने कहा कि शुभराज स्वीट से बालू घाट तक बाढ़ सा नजारा हाे गया।

जवाहरलाल रोड में भी चढ़ गया पानी

नवनिर्मित जवाहरलाल रोड पर भी पानी चढ़ गया। पीसीसी रोड से पानी बहने लगा। इस रोड में नाला नहीं बन पाने के कारण आगे और भी खराब स्थिति होगी। मोतीझील इलाके के स्थानीय वार्ड पार्षद राकेश सिन्हा पप्पू व त्रिभुवन राय के अनुसार मोतीझील के हालात देख कर लग रहा है, जैसे नाला केवल कागज पर साफ हुअा है। स्टेशन रोड में भी यही हाल है। बीबीगंज, आनंदपुरी, गांधी नगर, चित्रकूट नगर, राहुल नगर, संजय सिनेमा रोड में भीषण जलजमाव हाे गया।

जलजमाव से मुक्ति को अब तक की कवायद

3 माह में भी नालाें की पूरी सफाई नहीं हो सकी {4 प्रमुख नालाें की सफाई काे 4 टीमें बनीं, नतीजा सिफर {4 लाख अग्रिम के बाद भी कच्चा नाला नहीं बना तीनों उप नगर आयुक्त को अलग-अलग जवाबदेही, फिर भी शहर डूबा {डेढ़ साल की कवायद, पर मिठनपुरा-नारायणपुर के बीच स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज नहीं बना मिठनपुरा-पानी टंकी रोड में 15 जून तक नहीं पूरा हो सका नाला निर्माण नवयुवक समिति ट्रस्ट से लेप्रोसी मिशन तक आधा-अधूरा नाला निर्माण। बीबीगंज रेल गुमटी से एनएच तक नहीं बना कच्चा नाला।

देर रात तक कई इलाकों में बिजली ठप

बारिश व तेज रफ्तार हवा के बीच रात में आधा शहर अंधेरे में डूब गया। सिरसिया, एमअाईटी, खबड़ा, भगवानपुर पावर सबस्टेशन इलाकाें में कई जगह तार टूटने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई। एमआईटी फीडर ब्रेकडाउन में फंस गया। काफी मुश्किल से ब्रह्मपुरा, लक्ष्मी चौक, बैरिया समेत दो दर्जन मोहल्लों में रात 10 बजे आपूर्ति चालू हुई। भगवानपुर की 33 हजार लाइन ब्रेकडाउन में फंस गई।

भगवानपुर, आनंदपुरी, साकेतपुरी, बीबीगंज, गांधीनगर, नंदपुरी इलाके अंधेरे में डूब गए। खबड़ा, पताही, रामदयालु में भी आपूर्ति बाधित रही। सिरसिया सबस्टेशन इलाकाें में दोपहर 2 बजे से रात तक लाेग परेशान रहे। हालांकि, एनबीपीडीसीएल के कार्यपालक अभियंता राजू कुमार ने कहा कि एमआईटी छोड़ ज्यादातर इलाकों में बिजली आपूर्ति पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा।​​​​​​​

Source : Dainik Jagran

Muzaffarpur Now – Bihar’s foremost media network, owned by Muzaffarpur Now Brandcom (OPC) PVT LTD

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *