प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभुकों से प्रति आवास 5 हजार रुपए घूस वसूली करने के मामले में बोचहां बीडीओ नीलकमल को नामजद आरोपित बनाते हुए निगरानी थाना पटना में एफआईआर (9/19) दर्ज की गई है। भ्रष्टाचार में एफआईआर दर्ज होते ही आरोपित बीडीओ छुट्टी का आवेदन जिला मुख्यालय में भेजकर निकल लिए।

बीडीओ के चालक बोचहां निवासी प्रदीप कुमार को निगरानी टीम ने मंगलवार को 10 लाभुकों के 50 हजार रुपए घूस लेते गिरफ्तार किया था। बुधवार को आरोपित चालक को विशेष निगरानी न्यायालय में पेश किए जाने के बाद जेल भेज दिया गया। बीडीओ पर विभागीय कार्रवाई के लिए कार्मिक विभाग व मुजफ्फरपुर डीएम को पत्र भेजने की निगरानी अधिकारी तैयारी कर रहे हैं। मंगलवार को बीडीओ के आवास पर निगरानी का छापा पड़ने के बाद से बीडीओ नजर नहीं आए।

उन्होंने कोई सूचना बुधवार 12 बजे तक नहीं दी। 12 बजे के बाद आवेदन भेजकर डीडीसी और डीएम को छुट्टी पर जाने की सूचना दी। एफआईआर दर्ज करने के साथ इस कांड की छानबीन की जिम्मेवारी निगरानी डीएसपी गोपाल पासवान को दी गई है। उधर, बीडीओ से पक्ष लेने के लिए उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन, उन्होंने मोबाइल नहीं उठाया। उधर, डीडीसी भी परहेज करते रहे। उधर, चालक से मिलने के लिए कचहरी परिसर में कई लोग पहुंच गए। एक युवक उसके पास पहुंचकर कोई सामान देने की कोशिश की। यह देख पुलिस कर्मियों उसे भगा दिया।

बोचहां बीडीओ के कहने पर चालक वसूल रहा था रिश्वत के रुपए

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बताया है कि बोचहां की रंगीला खातून ने बीडीओ के खिलाफ आवास योजना के प्रति लाभुक 5 हजार रुपए के हिसाब से 50 हजार देने पर ही खाते में योजना की राशि भेजने की शिकायत की थी। इसका सत्यापन ब्यूरो की टीम से कराई गई, जिसमें आरोप पुष्ट हो गया। इसके बाद टीम ने ट्रैप के लिए बोचहां बीडीओ के सरकारी आवास पर छापेमारी की। चालक घूस के 50 हजार रुपए रिसीव करते पकड़ा गया।

रंगीला के आरोप पर ऐसे किया गया सत्यापन

रंगीला खातून ने निगरानी को दिये आवेदन मंे आरोप लगाया था कि पीएम आवास योजना के तहत बोचहां में 7 माह पूर्व उसका चयन हुआ था। एक माह पहले कागजात जमा कराए, लेकिन खाते में राशि नहीं भेजी गई। इसके शिकार अन्य लाभुक भी थे। सभी राशि भुगतान के लिये बीडीओ से मिले तो वे बोले कि भुताने पंचायत के मुखिया मनोज राम को साथ में लेकर आओ। मनोज राम को लेकर बीडीओ से उनके सरकारी आवास पर मिले। तब बीडीओ ने मुखिया से बोला कि प्रत्येक लाभुक 5-5 हजार दीजिए तभी खाते में राशि भेजी जाएगी।

Input : Dainik Bhaskar

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.