मुजफ्फरपुर। चमकी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर पूर्व से ही जागरूकता कार्यक्रमों को अंजाम दिया जा रहा है ।चमकी बुखार से सम्बंधित अद्यतन स्थिति को लेकर शनिवार को एईएस कोर कमेटी की बैठक जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय सभाकक्ष में आहूत की गई। बैठक में हाल ही में पुर्नगठित सभी कोषांगों को दिए गए उत्तरदायित्व एवं उसके निर्वहन को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। विशेषकर जन- जागरूकता कोषांग पर फोकस करते हुए आगामी दिनों में चमकी बुखार को लेकर जिला स्तर से पंचायत व गांव स्तर तक व्यापक जन -जागरूकता कार्यक्रम करने हेतु विशेष रणनीति बनाई गई एवं अब तक किए गए जागरूकता कार्यक्रमो की भी जानकारी जिलाधिकारी द्वारा ली गई।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी दिनों में शीघ्र ही एक बैठक आयोजित कर निदेशक लीची अनुसंधान केंद्र ,जिला उद्यान पदाधिकारी ,लीची उत्पादक, निजी उत्पादक ,विक्रेतागण एवं श्रम विभाग आदि के साथ बैठक की जाएगी और उनका उन्मुखीकरण भी किया जाएगा। साथ ही रोस्टर बनाकर विकास मित्रों, पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधियों, डीलर, लेडी सुपरवाइजर ,आशा ,एएनएम टोला सेवक, सेविका और सहायिकाएं का उन्मुखीकरण/ प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। सभी सरकारी भवन विशेषकर पीएससी, एपीएचसी, उप स्वास्थ्य केंद्र, आंगनवाड़ी भवनों, विद्यालयों, महादलित सामुदायिक भवनों इत्यादि पर दीवाल लेखन कर लोगों को जागरूक करने का कार्य शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया गया एवं उन सभी एवं अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर होर्डिंग फ्लेक्स संस्थापन पोस्टर पेस्टिंग तथा जिले के सभी 900000 घरों में पंपलेट वितरण और साथ ही उसे पढ़कर सुनाने का भी आदेश दिया गया ताकि जिले के सभी घरों विशेष कर दलित- महादलित घरों के अभिभावकों को अनिवार्य रूप से जागरूक किया जा सके।
इस हेतु निर्देश दिया गया कि जिला स्तरीय प्रखंड स्तरीय एवं पंचायत स्तरीय पदाधिकारियो का टैगिंग ग्राम वार किया जाए ।अथार्त सभी पदाधिकारी निर्धारित गावों को गोद लेंगे। ऐसे में प्रत्येक पदाधिकारी को उसे संबंधित गांव में समय-समय पर ग्रामीणों को चमकी बुखार से कैसे बचाव हो इस संबंध में क्या किया जाए, क्या नहीं किया जाए के बारे में विस्तृत जानकारी देकर उन्हें जागरूक किया जा सके। बैठक में एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि आने वाले दिनों में चमकी पर चर्चा विषय पर आधारित कार्यक्रम जिले के प्रत्येक गांव में विशेषकर उन गांवों में जहां पूर्व में चमकी बुखार का प्रभाव रहा था, वहाँ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
चमकी पर चर्चा कार्यक्रम निरंतर आयोजित होते रहेंगे ताकि लोगों को जागरूक करने का क्रम टूटे नहीं ।इसके अतिरिक्त शिक्षा विभाग को भी इस संबंध में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई है ।शिक्षा विभाग के सभी प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने-अपने प्रखंड के सभी विद्यालयों में (निजी विद्यालय सहित)उक्त बीमारी की रोकथाम एवं उनसे बचाव के तरीकों के संबंध में प्रकाशित पोस्टर का वितरण करेंगे तथा दैनिक रूप से विद्यालय के प्रार्थना सत्र में चमकी बुखार से संबंधित मार्गदर्शिका को पढ़कर सुनाएंगे ।इसके अतिरिक्त पीडीएस दुकानदारों द्वारा आईसीडीएस जीविका तथा अन्य विभागों के माध्यम से एंबुलेंस तथा अन्य वाहनों के माध्यम से माईकिंग एवं रेडियो जिंगल्स के द्वारा समुदाय को सघन रूप से जागरूक किया जाएगा।