कोरोना के साथ-साथ चमकी बुखार की रोकथाम एवं उस पर नियंत्रण को लेकर सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन आने वाली चुनौतियों का सामना करने को तैयार है। इस क्रम में जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने एसकेएमसीएच परिसर में बन रहे पीआईसीयू वार्ड का निरीक्षण किया और उसे शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश भी दिया। मालूम हो कि लॉक डाउन की स्थिति में पीआईसीयू वार्ड में चल रहे कार्य बंद कर दिए गए थे। परंतु उसकी अनिवार्यता और महत्ता को देखते हुए जिलाधिकारी के अथक प्रयास से पीआईसीयू वार्ड निर्माण का कार्य पुनः शुरू किया गया।
जिलाधिकारी ने जब निरीक्षण किया उस समय 90 श्रमिक कार्य कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिया कि कल से कार्य कर रहे हैं श्रमिकों की संख्या 150 करें ताकि द्रुत गति से काम हो सके।उन्होंने पीआईसीयू का तीन फ्लोर अप्रैल के अंत तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। पूरी उम्मीद है कि अप्रैल के अंत तक तीन फ्लोर पूर्ण रूप से तैयार कर हैंड ओवर कर दिया जाएंगे।
इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने कोरोना वायरस को लेकर की जा रही तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज सदर अस्पताल पहुंचे। सदर अस्पताल परिसर में मातृ एवं शिशु अस्पताल की नई बिल्डिंग को जिसमें 100 बेड लगेंगे को कोरनटाइन की स्थिति को देखते हुए उसे तैयार रखने का निर्देश दिया। आवश्यकता पड़ने पर उसमें 50 बेड और लगाए जा सकते हैं।
जिलाधिकारी ने उक्त भवन की नियमित साफ-सफाई का निर्देश दिया। वहां शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था है। यदि लोगों को कोरोनाटाइन किया जाएगा तो ऐसी स्थिति में उन्हें भोजन भी उपलब्ध कराया जाएगा ।जिलाधिकारी ने कोरोना को लेकर एसकेएमसीएच द्वारा की जा रही तैयारियों का भी जायजा लिया। एसकेएमसीएच में आइसोलेशन के लिए 130 बेड पूर्ण रूप से तैयार है जिसमें सभी जरूरी दवाइयां मेडिसिन कीट एवं अन्य महत्वपूर्ण उपकरण भी उपलब्ध हैं। कोरोना को लेकर एसकेएमसीएच तथा सदर अस्पताल द्वारा की जाएगी जा रही तैयारियों सह जिलाधिकारी संतुष्ट दिखें।