रेवा राेड एनएच 722 पर गुरुवार की रात साढ़े आठ बजे सहदानी में एक अनियंत्रित ट्रक ने राेड के दाहिने में पाेल ताेड़ते हुए दरवाजे पर खेल रहे 10 बच्चाें समेत 12 लाेगाें काे राैंद दिया। इसमें 5 बच्चे समेत 6 की माैके पर ही माैत हाे गई। जबकि 5 बच्चे व एक पुरुष गंभीर रूप से जख्मी हाे गए। इसमें लच्छू पासवान के दाे बच्चाें की माैत हाे गई है। एक बच्चा गंभीर रूप से जख्मी है। घायलाें में 5 की हालत नाजुक बनी हुई है। हादसे में चार बकरियां भी मर गई। प्रत्यक्षदर्शियाें के मुताबित चालक के नशे में हाेने के कारण हादसा हअा। वह भी गंभीर रूप से जख्मी है। एक साथ इतनी संख्या में माैत हाेने के बाद चीख-पुकार मच गई।
बड़ी संख्या में आसपास के लाेग जुट गए। आक्राेशित लाेगाें ने सड़क जाम कर दिया। इस दाैरान कई वाहनाें में ताेड़फाेड़ की गई। ग्रामीणाें ने बताया कि ट्रक तेज गति से बाएं से अचानक दाहिने मुड़कर दरवाजे पर खेल रहे बच्चाें काे राैंदते हुए निकल गया। पासवान टाेला में कई परिवाराें के घर सटे हुए हैं, जहां कई परिवाराें के बच्चे खेल रहे थे। कुछ बच्चे पढ़ने के लिए बैठे हुए थे। इसी दाैरान ट्रक माैत बनकर सभी काे राैंदते हुए निकल गया। सूचना मिलने पर एसडीपीओ सरैया राजेश शर्मा, सीओ पंकज कुमार, एसएसबी कमांडेंट भी दलबल के साथ माैके पर पहुंचे। बड़ी संख्या में पुलिस जवान माैके पर पहुंचकर ग्रामीणाें काे शांत कराने का प्रयास किया ।
ट्रक के पीछे वाले चक्के में एक बच्चा फंसा था और आसपास आधा दर्जन जख्मी बच्चे छटपटा रहे थे
सहदानी में हुए भीषण हादसे के प्रत्यक्षदर्शी रंजन पासवान ने बताया कि रेवा राेड एनएच 722 पर सहदानी गांव में सड़क किनारे पूरब की ओर खड़े थे। एक ट्रक काे तेज गति से अपनी अाेर अाते हुए देखा। डर कर राेड से कुछ दूर चला गया। तभी देखा कि अचानक ट्रक अनियंत्रित हाेकर उसके विपरीत वाले साइड में चला गया। दरवाजे पर खेल व पढ़ रहे बच्चाें काे कुचलते हुए बिजली के पाेल से टकरा गया। इस दाैरान जाेरदार आवाज हुई। घबरा कर घर के भीतर से महिलाएं व पुरुष तेजी से बाहर निकले और बच्चाें काे ढूंढने लगे।
मैंने देखा कि ट्रक के पिछले चक्के में एक बच्चा फंसा है। दाे बच्चे पीछे में छटपटा रहे थे। आसपास और भी बच्चे छटपटा रहे थे। ट्रक के धक्के से टूटे बिजली के पाेल में तार स्पार्क कर रहा था। बचाव करने पहुंचे मच्छू पासवान भी करंट की चपेट में आकर झुलस गया। पीएचसी ले जाने के दाैरान उसकी माैत हाे गई। सभी घायलाें काे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद माैजूद लाेगाें ने जख्मी ट्रक चालक काे पकड़ लिया। वह नशे की हालत में बताया गया। पुलिस ने पहुंच कर भीड़ के चुंगल से ट्रक चालक काे लेकर पीएचसी में भर्ती कराया, जहां से उसे रेफर कर दिया गया। घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया।
पल भर में ही लच्छू के बुझ गए चिराग
सहदानी में हुई घटना में पुत्र गाेलू व पुत्री मनीषा की जान जाने के बाद लच्छू पासवान का चिराग मिट गया। घटना के बाद दहाड़ मार कर लच्छू बेहाेश हाे रहा था।
क्रेन की मदद से चक्के में फंसे बच्चे के शव काे मशक्कत के बाद निकाला
इधर, घटना से अाक्राेशित स्थानीय लाेगाें ने एनएच पर लगी बस, पिकअप, दाे टेंपाे में ताेड़फाेड़ की। डर के मारे वाहनों के चालक वाहन को वहीं छोर कर फरार हाे गए। हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस कैंप कर रही है। सहदानी गांव में कोहराम मचा है। एनएच पर वाहनाें की कतार लग गई है। ट्रक के चक्का के नीचे फंसे शव काे निकालने के लिए पुलिस ने क्रेन मंगाया। मृतकाें में अधिकांश सरकारी स्कूल के छात्र थे।
घुमावदार हाेने के कारण सहदानी माेड़ पर होती हैं दुर्घटनाएं
सहदानी में हुई घटना के पहले अन्य एनएच पर इस तरह की कई घटनाएं पहले भी हाे चुकी है। मनिकपुर चाैराहा, सहदानी माेड़, बिजली अाॅफिस माेड़ व बखरा नुनफर टाेला में इस तरह की घटनाएं पहले भी हाे चुकी है। सहदानी माेड़ के पास घुमावदार माेड़ हाेने के कारण घटना बराबर हाेती रहती है।
मुआवजे की मांग पर अड़े स्थानीय लोग, पुलिस को शव देने से किया इनकार
पुलिस ने मृतकाें का शव पाेस्टमार्टम में भेजने प्रयास किया, लेकिन स्थानीय वार्ड सदस्य मुन्नी पासवान ने शव देने से इनकार कर दिया। पुलिस काे बताया कि मुआवजा, डिवाइडर की मांग और ब्रेकर की मांग जब तक प्रशासन द्वारा पूरी नहीं की जाएगी। शव काे पाेस्टमार्टम के लिए नहीं साैंपेंगे। टाेला के कई बच्चे घटना के बाद से डर से इधर-उधर छिप गए हैं, इससे परिजनाें काे चिंता सता रही है। घटना में मृत सभी के परिजन मजदूरी कर गुजर बसर करते हैं।
घटना में घर का भी कुछ हिस्सा हो गया क्षतिग्रस्त
हादसे की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस कैंप कर रही है। सहदानी गांव में कोहराम मचा है। तनाव को देखते हुए और पुलिस बल को बुलाया जा रहा है। सरैया थानेदार ने बताया कि ट्रक सहदानी गांव के पप्पू पासवान और लच्छू पासवान के घर के बाहर बैठे लोगों को कुचलते हुए बिजली के पोल से जा टकराया। इसके कारण ट्रक घर में नहीं घुसा। हालांकि घर का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त होने की बात कही जा रही है।
एनएच पर सफेद पट्टी भी मिट चुकी, तीखे मोड़ पर ब्रेकर नहीं
एनएच 722 पर सफेद पट्टी भी मिट चुकी है। दाे साल पहले बनी थी, लेकिन अब नामाेनिशान मिट चुका है। सफेद पट्टी रहने से गाड़ी पर नियंत्रण का पता चलता है। नियमानुसार तीखा मोड़ पर यह लिखा होना चाहिए कि आगे तीखा मोड़ है। सघन बस्ती वाले जगहों में प्रवेश करने से पहले ही धीरे चलें सघन बस्ती है का बोर्ड लगा होना चाहिए।
Input: dainik bhaskar