मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार के हर घर में बिजली पहुंच चुकी है। अब अगले विधानसभा चुनाव से पूर्व हर घर में नल का जल पहुंचा दिया जाएगा। यह काम 45 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। लोगों से अपील की कि नल के जल का दुरुपयोग नहीं करें। मुख्यमंत्री शुक्रवार को जल-जीवन- हरियाली यात्रा के क्रम में गोपालगंज के बरौली प्रखंड के देवापुर में जागरूकता सम्मेलन में बोल रहे थे। इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने 290 करोड़ की विकास योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन व शिलान्यास किया।

हर लड़की को कम से कम बारहवीं तक की शिक्षा
मुख्यमंत्री कहा है कि बिहार की हर लड़की को कम से कम बारहवीं तक की शिक्षा दी जाएगी। इसके लिए हर पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय खोले जा रहे हैं। छह हजार से अधिक पंचायतों में विद्यालय की स्थापना की जा चुकी है। अगले वर्ष अप्रैल से सूबे की हर पंचायत में नौवीं की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। 12 वीं के बाद के लिए पैसे के अभाव में  किसी की पढ़ाई नहीं रुके, इसलिए ही हमने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की है। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पोशाक व साइकिल योजनाओं के कारण आज पूरा परिदृश्य बदल चुका है। बिहार के हाईस्कूलों में आज छात्र व छात्राओं की संख्या लगभग बराबर हो गई है। उन्होंने कहा कि वे पिछले 14 वर्षों से न्याय के साथ विकास के संकल्प के साथ हर तपके व समाज के विकास में जुटे हैं।

पोर्न साइट्स पर प्रतिबंध लगाने को लिखेंगे केंद्र को पत्र : नीतीश
मुख्यमंत्री ने महिला अत्याचार और उत्पीड़न की घटनाओं का जिक्र करते हुए शुक्रवार को कहा कि पोर्न साइट्स के कारण युवाओं की मानसिकता पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इन साइट्स के माध्यम से इंटरनेट पर गंदी चीजें फैलायी जा रही हैं। सोशल मीडिया का दुरुपयोग किया जा रहा है। पोर्न साइट्स पर प्रतिबंध लगाने के लिए वे केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे। यह भी कहा कि किसी भी कीमत पर सूबे में कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ने देंगे। वह जल-जीवन-हरियाली यात्रा के क्रम में गोपालगंज के देवापुर (बरौली) में जागरूकता सम्मेलन में बोल रहे थे।

शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, सड़क सहित हर क्षेत्र में विकास
शिक्षा,स्वास्थ्य,बिजली,सड़क सहित हर क्षेत्र में विकास हुआ है। कोई भी इलाका उपेक्षित नहीं है। जब उन्हें काम करने का मौका मिला तो बिहार का बजट 25 हजार करोड़ का था, जो अब बढ़कर दो लाख करोड़ का हो चुका है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन से मानव जीवन पर संकट आ रहा है। बारिश कम होती जा रही है। इसके लिए जल-जीवन-हरियाली अभियान शुरू की गई है। इसके तहत राज्यभर के तालाब,पइन,आहर,कुंओ व दूसरे सार्वजनिक जल स्रोतों पर से अतिक्रमण हटा कर उनका जीर्णोद्धार कराया जाएगा।

तीन वर्षों में लगेंगे आठ करोड़ पौधे
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हरित आवरण क्षेत्र को 17 प्रतिशत करने के लिए आठ करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। फिलहाल बिहार का हरित आवरण क्षेत्र 15 प्रतिशत है। पौधरोपण से हरियाली आएगी। पर्यावरण सुधरेगा। लोगों का जीवन भी सुरक्षित होगा। झारखंड से बिहार अलग हुआ तो राज्य का हरित आवरण सिर्फ नौ प्रतिशत था।

सूबे में होगी मौसम अधारित खेती
सीएम ने कहा कि जलवायु परिवर्तन व अनियमित व असमान बारिश को देखते हुए मौसम आधारित खेती पर काम शुरू किया गया है। आठ जिलों में यह शुरू हो चुका है। आने वाले दिनों में पूरे प्रदेश में मौसम अधारित खेती की जाएगी।

Input : Hindustan

 

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